- बजट सत्र के दूसरे दिन धान खरीदी पर विधानसभा में हंगामा
- मंत्री शिव डहरिया के बयान पर भाजपा ने जताई आपत्ति
Dainik Bhaskar
Feb 26, 2020, 01:58 AM IST
रायपुर . बजट सत्र के दूसरे दिन धान खरीदी के मुद्दे पर संयुक्त विपक्ष काले कपड़े पहनकर कार्यवाही में शामिल हुआ। भाजपा के नेतृत्व में विपक्षी विधायकों ने पर्चे लहराते हुए सीएम भूपेश बघेल से मांग की है कि सभी किसानों का 15 क्विंटल और 1.34 लाख ऐसे किसान जो अपना धान नहीं बेच सके उनसे खरीदी का आदेश जारी किया जाए। विपक्ष के प्रस्ताव पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत जवाब देने उठे तो विपक्ष ने उन्हें सुनने से मना कर दिया और सीएम के जवाब की मांग करने लगे। स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि पहले खाद्य मंत्री अपनी बात रखेंगे, फिर जोगी कांग्रेस से धर्मजीत सिंह और बसपा से केशव चंद्रा के बोलने के बाद सीएम घोषणा करेंगे, लेकिन विपक्ष के सदस्य अड़े रहे। उनका तर्क था कि खाद्य मंत्री का लिखित बयान आ चुका है, इसलिए सीएम धान खरीदी के संबंध में ऐलान करें। इस बीच विपक्ष और सत्ता पक्ष की ओर से जोरदार नारेबाजी हुई। हंगामे के बीच ही मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने किसानों व भाजपा के संबंध में आपत्तिजनक बात कही।
इसे लेकर भी भाजपा ने हंगामा किया। इसके बाद नारेबाजी करते हुए विपक्षी सदस्य आसंदी के पास पहुंच गए और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक समेत भाजपा, जोगी कांग्रेस व बसपा के 18 विधायक निलंबित हो गए। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बाद में भाजपा के विधायकों ने कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया।
कोर्ट के आदेश से धान बेच पाए सीएम के बाल सखा
प्रश्नकाल के बाद बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल आदि ने धान खरीदी नहीं होने के कारण किसानों के धरने पर बैठे होने का मुद्दा उठाया। स्पीकर डॉ. महंत ने हंगामे के दौरान ही शिवरतन शर्मा समेत 18 विधायकों द्वारा दी गई स्थगन सूचना पढ़ी। सीएम बघेल ने भी कहा कि स्थगन स्वीकार कर चर्चा शुरू करें। स्पीकर ने चंद्राकर को बोलने के लिए कहा। चंद्राकर ने कुरुद के उमरदा गांव का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां सीएम के बाल सखा रहते हैं। उन्होंने कोर्ट से आदेश लाकर अपना धान बिकवाया। चंद्राकर ने कहा कि वे राजनीति की बात नहीं करना चाहते। सीएम धान खरीदी की तारीख बढ़ाने और जो किसान धान नहीं बेच सके हैं, उसे खरीदने का ऐलान कर दें।
जय जवान-जय किसान के नारे
धान खरीदी के मुद्दे पर विपक्ष ही नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष की ओर से भी जमकर नारेबाजी की गई। विपक्ष के विधायक जहां धान खरीदी करना होगा…के नारे लगा रहे थे तो सत्ता पक्ष के सदस्य किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाना बंद करो और जय जवान-जय किसान के नारे लगा रहे थे। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि जब केंद्र ने धान खरीदने से मना किया तब इतनी महान भावना कहां थी। इस पर शिवरतन ने कहा कि कृषि मंत्री यह बताएं कि सभी किसानों का धान खरीदेंगे या नहीं?
ये विधायक हुए निलंबित
स्पीकर डॉ. महंत ने गर्भगृह में पहुंचने पर नेता प्रतिपक्ष कौशिक, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, ननकीराम कंवर, पुन्नूलाल मोहले, अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल, शिवरतन शर्मा, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, सौरभ सिंह, डमरूधर पुजारी, विद्यारतन भसीन, रजनीश सिंह, रंजना साहू, धर्मजीत सिंह, डॉ. रेणु जोगी, प्रमोद शर्मा, केशव चंद्रा और इंदु बंजारे को निलंबित किया। भोजन अवकाश के बाद स्पीकर डॉ. महंत ने निलंबन समाप्त कर दिया।
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