- कवर्धा में कलेक्टोरेट के बाहर 48 घंटों से किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
- राज्य के अन्य जिलों में भी फूटा किसानों का गुस्सा, कई जगहों पर हंगामा
Dainik Bhaskar
Feb 22, 2020, 04:23 PM IST
कवर्धा. जिले के किसान कलेक्टोरेट परिसर के सामने धरने पर बैठे हुए हैं। अब बिरकोना इलाके के किसानों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम एक पत्र लिखकर इच्छा मृत्यू की मांग की है। किसानों का कहना है धान न बिक पाने की वजह से वे परेशान हैं, विरोध जताने के बाद भी जिला प्रशासन का कोई अधिकारी उन तक उनकी बात सुनने नहीं आया, ऐसे में सरकार उन्हें इच्छा मृत्यू की इजाज़त दे। किसानों की दलील है कि धान न बिकने की वजह से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो रहा है। दरअसल सरकारी धान खरीदी 20 फरवरी को बंद हुई, इससे करीब 10 से 15 दिन पहले ही किसानों से धान किसी न किसी कारण से खरीदना बंद कर दिया गया था।
अब जिला प्रशासन के अधिकारी किसी न किसी तरह से किसानों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। गुरूवार को किसानों ने कलेक्टर को भी उनके दफ्तर से निकलने नहीं दिया था। अब किसानों की रात कलेक्टारेट के सामने ही बीत रही है। कवर्धा के पंडरिया से कांग्रेस की विधायक ममता चंद्राकर ने 14 फरवरी को जिला प्रशासन को खत लिखकर धान खरीदी के लिए पर्याप्त बंदोबस्त करने को कहा था। इसे खत में विधायक ने भी किसानों द्वारा भविष्य कानून व्यवस्था बिगाड़ने का अंदेशा जताया था। अब गुजरते वक्त के साथ विरोध प्रदर्शन में किसानों और विपक्षी नेताओं की भीड़ बढ़ रही है। भारतीय जनता पार्टी के नेता भी लगभग सभी जिलों में इसी मुद्दे पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
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