- सारंगढ़ क्षेत्र के टिमरलगा की घटना, सुबह खदान से धुआं उठते देख ग्रामीणों ने दी सूचना
- मामा बोेले- रात 11 बजे नींद खुली तो भांजी बिस्तर से गायब थी, ग्रामीणों से सुबह पता चला
Dainik Bhaskar
Mar 06, 2020, 11:32 AM IST
रायगढ़. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में 22 वर्षीया युवती का शव टिमरलगा स्थित बंद पड़ी पत्थर की खदान में अधजली हालत में मिला है। ग्रामीणों ने गुरुवार सुबह धुआं उठते देखा तो पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शिनाख्त कराने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। युवती तीन दिन पहले अपने मामा के घर आई थी। उनका कहना है कि रात करीब 11 बजे नींद खुली तो वह बिस्तर से गायब थी। अगले दिन सुबह ग्रामीणों से जानकारी मिली। घटना सारंगढ़ क्षेत्र की है।
जांजगीर चांपा के ककरेली, डभरा निवासी अनिता सिदार (22) पुत्री मूलचंद्र सिदार की सोमवार को सारंगढ़ क्षेत्र के टिमरलगा निवासी अपने मामा दशरथ के घर आई थी। गुरुवार सुबह उसका शव घर से 100 मीटर दूर बंद पड़ी पत्थर खदान में अधजली हालत में मिला। युवती के मामा दशरथ ने पुलिस को बताया कि बुधवार शाम को परिवार के सभी लोग खाना खाने के बाद सोने चले गए थे। रात 11 बजे के करीब उसकी आंख खुली तो अनिता अपने बिस्तर पर नहीं थी। काफी तलाश किया, लेकिन उसका पता नहीं चला।
खदान से धुआं उठता देख पहुंचे ग्रामीण और परिजन
रात में सोते से गायब हुई अनिता की परिजनों ने इधर उधर खूब खोजबीन की, लेकिन उसका भोर तक पता नहीं चला। सुबह टहलने के लिए निकले कुछ ग्रामीणों को बंद पड़ी मुंडू माझी की खदान से धुआं उठता दिखाई दिया। इस पर गांव के कुछ लड़के वहां पहुंचे तो देखा युवती का शव सुलग रहा था। जिसके बाद पहुंचे मामा ने मृतका की शिनाख्त भांजी अनिता के रूप में की।
भाई के जेल जाने के बाद से तनाव में रहती थी
अनिता की मौत के बाद घटनास्थल पर पहुंची ककरेली डभरा निवासी मूलचंद्र सिदार ने बताया कि एक वर्ष पहले उसके बेटे को पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में जेल भेजा था। इस मामले में उसकी काफी बदनामी हुई और उसे समाज में बेइज्जत भी होना पड़ा था। इसी मामले के बाद से उसकी पुत्री अनीता अवसाद में चली गई और काफी दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रही थी।
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