घरेलू हिंसा के विरुद्ध लोगों को जागरुक करने के लिए शुक्रवार को नवापारा खुर्द के शासकीय हाई स्कूल में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश एडीजे गीता नेवारे एवं व्यवहार दो के न्यायाधीश भारतीय कुलदीप अधिवक्ता राकेश महंत ने उपस्थित लोगों को कानून की जानकारी दी।
शिविर को संबोधित करते हुए नेवारे ने पोस्को एक्ट के तहत बने विभिन्न कानूनों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यदि नाबालिग लड़की किसी लड़के के साथ भागकर विवाह करती है अथवा कोई लड़का नाबालिग लड़की को भगाकर ले जाता है तो ऐसी स्थिति में पॉक्सो एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी। जिस मामले में लड़के को जेल जाना होगा। नाबालिग लड़की की सहमति को कानूनी मान्यता नहीं है। छात्रों को इस उम्र में बेहतर करियर के बारे में सोचना चाहिए।
संविधान की रक्षा करने का संकल्प दिलाया गया
अकलतरा | भारतीय संविधान के 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुक्रवार को बीईओ वेंकटरमन पाटले द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संविधान की रक्षा करने का संकल्प दिलाया गया। संवैधानिक परिचर्चा पर कार्यक्रम को संबोधित करते साक्षर भारत से श्रीकांत धर दीवान के द्वारा संविधान की उद्देशिका पर विस्तृत चर्चा कर महत्वपूर्ण अनुच्छेदों व उपबन्धों की जानकारी दी गई। शैक्षिक समन्वयक अम्बरीश सिंह बैस द्वारा संविधान की प्रस्तावना एवं अन्य विषयों पर जानकारी दी गई।
शैक्षिक समन्वयक जयंत सिंह क्षत्रिय के द्वारा मौलिक अधिकार पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार शर्मा ने नीति निर्देशक तत्व पर अपना अभिमत प्रकट किया। खंड स्त्रोत समन्वयक शैलेन्द्र कुमार सिंह बैस ने संविधान के समग्र आयाम पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए शासकीय कर्मचारियों से सदाचरण का व्यवहार करने पर बल दिया। एबीईओ स्वाति राठौर, महेन्द्र हंसा ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम को विकासखंड शिक्षा अधिकारी वेंकटरमन पाटले ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन शैक्षिक समन्वयक प्रफुल्ल कुमार तिवारी ने किया एवं आभार प्रदर्शन वरिष्ठ लेखापाल भुवन लाल सिदार ने किया।
समाज के अंतिम व्यक्ति पर पहुंचे न्याय: जिला जज
जांजगीर | जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव ने शुक्रवार को पैरालीगल वालेंटियर्स के कार्यों की समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने के लिए पैरालीगल वालंटियर ही ऐसे ’सेतु’ हैं , जो सीधे जन सामान्य के बीच पहुंचकर उनकी आवश्यकताओं के बारे में जान सकते हैं। उन्होंने कहा कि वालंटियर विधिक समस्या से लेकर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचितों को हितलाभ दिला सकते है। यह आवश्यक है कि सभी पैरालीगल वालंटियर अपने कार्य एवं दायित्वों को गंभीरता से समझें और उत्साह के साथ कार्य के लिए तत्पर रहे।
िवधिव साक्षरता दिवस पर लोगों को शपथ दिलाते जज ।
िवधिव साक्षरता दिवस पर जानकारी देतीं जज गीता नेवारे ।
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