- बोले – ऐसे व्यक्ति में ऐसी मानसिक विकृति को जन्म देती है जो पूरे समाज के लिए खतरा बन जाता है
- भास्कर कार्यालय में परिचर्चा हुई जिसमें सामाजिक संगठनो, स्कूलों के प्रतिनिधि और वकील शामिल हुए
Dainik Bhaskar
Feb 19, 2020, 08:31 AM IST
रायपुर. भारत में जिस तेजी से स्मार्ट फोन बढ़ रहे हैं, उसी तेजी से पोर्न वीडियो देखने वालों की संख्या भी। एक सर्वे में यह बात भी सामने आ चुकी है कि पोर्न देखने के मामले में भारतीय पूरी दुनिया में सबसे आगे हैं। लगभग हर उम्र का व्यक्ति इसकी चपेट में है। यह व्यक्ति में ऐसी मानसिक विकृति को जन्म देती है जो पूरे समाज के लिए खतरा बन जाता है। इसलिए यह एक गंभीर समस्या है। दैनिक भास्कर ने पोर्न साइट्स पर प्रतिबंध के लिए अभियान शुरू किया है। इसके तहत मंगलवार को रजबंधा मैदान स्थित कार्यालय में परिचर्चा हुई जिसमें सामाजिक संगठनो, स्कूलों के प्रतिनिधि और वकील शामिल हुए। सभी ने बारी-बारी इसके दुष्प्रभाव बताए और समाधान भी। साथ ही सरकार से यह मांग भी की कि पोर्न साइट्स को पूरी तरह से बैन कर दिया जाना चाहिए।
प्रतिनिधियों ने कहा कि आज कम उम्र के बच्चे भी पोर्न वीडियो देख रहे हैं। वे देख पा रहे हैं क्योंकि लगभग हर बच्चे के हाथ में मोबाइल है और मोबाइल में दुनियाभर के कंटेंट। आज बच्चों को मोबाइल देना एक तरह की मजबूरी है क्योंकि संयुक्त परिवार अब रहे नहीं। इसीलिए दादी-नानी की कहानियां भी नहीं रहीं जिसमें बच्चों का टाइमपास तो होता ही था। कहानियां शिक्षाप्रद भी होती थीं। बच्चे घर से बाहर निकलें भी तो दूर-दूर तक खेल मैदान नहीं हैं। माता-पिता भी आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इतने व्यस्त हो गए हैं कि उनके पास बच्चों के लिए समय ही नहीं है। यही वजह है कि आज ज्यादातर बच्चे अपना ज्यादा समय माेबाइल पर बिता रहे हैं और ऐसे-ऐसे कंटेंट देखते हैं जो उनकी सोच को बुरी तरह से प्रभावित कर रही है।
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