संकुल स्तरीय शैक्षणिक मड़ई का आयोजन शासकीय उमा शाला उतई में किया गया, जिसमें संकुल के 32 स्कूल के 300 बच्चों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के लिए चलित मॉडल, बाल मेला, रंगोली, चित्रकला व गुलदस्ता सजाओ स्पर्धा कराई गई। प्रतिभावान बच्चों और खेल स्पर्धाओं में प्रथम, द्वितीय स्थान पर रहे बच्चों को पुरस्कृत किया गया।
अंत में उतई समेत विभिन्न स्कूलों से पहुंचे छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी। मंचीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं। वे शिक्षित होंगे तभी हमारा भविष्य उज्जवल होगा। शिक्षित व्यक्ति ही समाज व देश का विकास कर सकता है। उन्होंने बच्चों को संस्कारित शिक्षा देने पर बल दिया। जनपद उपाध्यक्ष झमित गायकवाड़ ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में लड़का-लड़की में भेद नहीं होना चाहिए।
छिपी प्रतिभा को आगे लाने की जरूरत: नगर पंचायत अध्यक्ष डिकेंद्र हिरवानी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं होती। उनमें छिपी प्रतिभा को आगे लाने की आवश्यकता है। नपं उपाध्यक्ष रविंद्र वर्मा ने कहा कि गांव में एकता व सद्भावना से ही विकास कार्य होता है। बीआरसी गोविंद साव ने बच्चों को समग्र शिक्षा देने पर जोर दिया। संचालन रचना कर्कशे व सांवत राम साहू ने किया। कार्यक्रम में हेमंत बंजारे, एल्डरमैन तरुण बंजारे, बीआरसी गोविंद साव, पोषण मारकंडे, प्राचार्य चंद्रकिरण साहू, घुघसीडीह सरपंच गोवर्धन बारले, खोपली सरपंच फत्तेलाल वर्मा, करगाडीह सरपंच घनश्याम गजपाल, पार्षद योगेश ठाकुर, सरस्वती साहू, राकेश साहू, मनोरमा देवांगन, बिमला साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
विभिन्न स्पर्धाओं में जीत हासिल करने वाले छात्रों का सम्मान किया गया।
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