मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल ने वाड्रफनगर में रविवार को आयोजित सर्व पिछड़ा वर्ग समाज के संभागीय सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लोग समाज को दो वर्गों में बांटने में लगे हैं। एक अगड़ा और दूसरा पिछड़ा। इसलिए हमने सोम की एक परिकल्पना की है।
सोम का अर्थ है एसटी, एससी, ओबीसी, माइनॉरिटी। ओबीसी को लोग एसटी, एससी के विरुद्ध भड़काते हैं कि तुम्हारा आरक्षण वह खा जाते हैं और ओबीसी ब्राह्मणवाद से ग्रसित हैं और वही उनका सत्यानाश करता है। हमें हिंदुत्व को समाप्त करना चाहिए और बौद्ध धर्म को अपनाना चाहिए। बौद्ध धर्म का अर्थ बुद्धि से काम लेने वाला होता है। सभा को गिरधर मढ़रिया, विजय पटेल, पी एस कुमार, दिग्विजय सिंह तोमर, देव साय मरावी ने भी संबोधित किया। सभा में संदीप देवांगन, राजकुमार यादव, शंकर राम यादव, डीपी यादव, देवनारायण मराबी, रामदेव जगते, मोनिस अब्दुल्लाह, केदार यादव, अमित यादव, रामवृक्ष जगते सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
पिछड़ा वर्ग समाज के संभागीय सम्मेलन में मौजूद नंदकुमार बघेल।
बाइक रैली निकालकर किया गया स्वागत
बघेल प्रयाग राज से लौटने के बाद यहां सभा में शामिल हुए। यूपी से जैसे ही वे छत्तीसगढ़ में प्रवेश किए उनका स्वागत शुरू हो गया। यह सिलसिला वाड्रफनगर रेस्ट हाउस तक चला। कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकाली। रास्ते में कई जगह समाज से जुड़े लोगों ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया। इसके बाद वे सभा में शामिल हुए।
Source link