मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छतरपुर में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भगवान कृष्ण से जुड़े स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, ठीक उसी तरह जैसे मथुरा और वृन्दावन का महत्व है। इसके लिए उन्होंने जनता से ऐसे स्थलों की पहचान करने में सहयोग मांगा है।
मुख्य बिंदु:
तीर्थ स्थलों का विकास: भगवान कृष्ण की लीलाओं और उनके भ्रमण से संबंधित स्थलों को चिन्हित कर तीर्थ स्थल घोषित किया जाएगा।
रोजगार के अवसर: आगामी तीन वर्षों में प्रदेश में लगभग एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की जाएगी।
बुंदेलखंड का विकास: बुंदेलखंड को कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जाएगा, जिससे यहां के किसान पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ देंगे। इसके लिए केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना पर जोर दिया जा रहा है।
बुंदेलखंड के लिए घोषणाएं: मुख्यमंत्री ने छतरपुर में एक नया अस्पताल, कन्या विवाह घर और बगौता में एक बड़ी गौशाला खोलने की भी घोषणा की।
पशुपालन को प्रोत्साहन: डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के तहत पशुपालकों को 10 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रतीकात्मक रूप से मटकी भी फोड़ी और कहा कि भगवान राम और कृष्ण ने पूरे देश को जोड़ने और समाज में सुव्यवस्था स्थापित करने का काम किया। उन्होंने बुंदेलखंड की वीरता और गौरवशाली इतिहास की भी सराहना की।


