भोपाल, ब्यूरो। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को पुलिस लाइन नेहरू नगर पहुंचकर नवनियुक्त आरक्षकों को नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरित किये। सीएम ने उनका उन्मुखीकरण भी किया। कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र सौंपते हुए सीएम ने जवानों से कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस का मतलब है— ‘सज्जनों के लिए फूल से ज्यादा कोमल और दुष्टों के लिए वज्र से ज्यादा कठोर’। अपराधी आपको देखकर कॉप जाएं। किसी की हिम्मत न हो कि वो आपके क्षेत्र में अपराध करे, ये हमारा सूत्र है। देशभक्ति जनसेवा तो है ही, लेकिन हम आमजन के लिए हैं इसलिए आम आदमी अगर आपको देखे तो उसके मन में ये भरोसा पैदा होना चाहिए कि ये मेरे रक्षक हैं। मध्य प्रदेश पुलिस का गौरवशाली इतिहास है अगर मध्यप्रदेश में कभी डकैतों का आतंक था तो पूछ ले अपने इन वरिष्ठ अफसरों से, हमने तय किया कि मध्यप्रदेश में किसी भी कीमत पर डकैत नहीं रहेंगे। मध्यप्रदेश पुलिस के हमारे कुशल अधिकारियों के नेतृत्व ने, हमारे पुलिस के जवानों ने डकैतों के आतंक को पूरी तरह से समाप्त कर दिया। डाकू या तो इस धरती पर नहीं रहे या तो आत्मसमर्पण करके जेलों में चले गए। आज कोई भी सूचीबद्ध गिरोह मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं है।

चिंता मत करना, सरकार साथ खड़ी है : शिवराज
मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्तव्यपथ पर चलते हुए अगर कोई कठिनाई आए तो चिंता मत करना, पूरी सरकार आपके साथ खड़ी होगी। मुझे कहते हुए कोई संकोच नहीं, जो जनता की जिंदगी से खेले ऐसे अपराधियों को कुचल दो, नेस्तनाबूद कर दो। सीएम ने कहा कि याद करो कोविड का वह दौर, जब लोग अपने घरों में थे तब पीपीई किट पहनकर जनता की सुरक्षा के लिए अगर सड़कों पर कोई खड़ा था तो मध्यप्रदेश पुलिस के जवान खड़े थे। कर्तव्य निर्वहन के लिए बलिदान देने में भी आप पीछे नहीं रहे।
पुलिस की आंख, कान और नींव हैं आरक्षक : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आरक्षक पुलिस की आंख, कान और नींव हैं। य़ह कोई साधारण वर्दी नहीं है। यह वर्दी देश-प्रदेश की सुरक्षा, अपराधियों को नेस्तनाबूद करने, निर्बलों को ताकत देने और सज्जनों का उद्धार करने के लिए है। कर्तव्य पथ पर चलते हुए राष्ट्रीय दायित्व का निर्वहन मध्यप्रदेश पुलिस ने किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे कहते हुए गर्व है कि हमारे जवानों ने एक साल में लगभग ₹1 करोड़ 14 लाख के डकैती नक्सलियों को मार गिराया है। अपनी मेहनत, लगन, प्रतिभा से नियुक्त होने पर आप सभी नव आरक्षकों को मैं हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। यह सिर्फ नौकरी नहीं है, देश की रक्षा, जन सेवा का संकल्प है।


