DNA मित्रों अब हम भारत और रूस के उस मिशन का विश्लेषण करेंगे, जिससे पाकिस्तान का डर और ज्यादा बढ़ सकता है. इस मिशन का नाम है- मिशन KH. दिसंबर के महीने में रूस के राष्ट्रपति भारत आने वाले हैं और अपनी इस यात्रा पर वो भारत के लिए एक खास गिफ्ट ला रहे हैं एक ऐसा गिफ्ट जिससे भारत की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी क्या है ये गिफ्ट? और इसकी खासियत क्या है? अब हम इसका विश्लेषण करने वाले हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर में भारत दौरे पर आने वाले हैं और माना जा रहा है कि उनकी इस यात्रा में एक ऐसी डिफेंस डील पर बात होने वाली है जिससे भारत हवाई युद्ध में दुश्मन देशों से काफी आगे निकल जाएगा.
रूस ने भारत को दुनिया की सबसे बेहतरीन क्रूज मिसाइल्स में से एक KH-69 का ऑफर दिया है लेकिन ये ऑफर में सिर्फ मिसाइल ही नहीं है बल्कि इसके साथ साथ कई बोनस भी हैं रूस ने भारत को KH-69 मिसाइल की की टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने को तैयार है. मतलब इसका ब्लूप्रिंट्स, इसकी तकनीक, इसकी ट्रेनिंग और इसके साथ सोने पर सुहागा बनेगी मेक इन इंडिया के तहत मिसाइल बनाने की सुविधा. भारत को पुतिन का ये ऑफर ((बहुत)) हमारी वायुसेना के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है. कैसे? ये समझने के लिए आपको इस मिसाइल की खासियत जाननी होगी.
सुखोई 30 फाइटर जेट के लिए तैयार की गई मिसाइल
इस मिसाइल को खासतौर पर सुखोई-30 फाइटर जेट के लिए तैयार किया गया है. भारत पहले से सुखोई 30 इस्तेमाल कर रहा है. ये मिसाइल पहले से ही ट्राइड एंड टेस्टेड है. रूस ने यूक्रेन यूद्ध में इस मिसाइल का कई बार इस्तेमाल किया है. इसकी एक सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये वजन में काफी है. जहां सुखोई फाइटर जेट एक बार में एक ब्रह्मोस मिसाइल ले जा सकता है. वहीं एक ब्रह्मोस की जगह 4 KH-69 ले जा सकेगा. इस मिसाइल की रेंज-400 किलोमीटर है. यानी लाहौर, मुल्तान, बहावलपुर और कराची जैसे शहरों पर बिना बॉर्डर पार किए इसे दागा जा सकता है. ये 1000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टारगेट की तरफ बढ़ती है और इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि ये दुश्मन के रडार पर कोई छाप नहीं छोड़ती. ये मिसाइल 300 किलो विस्फोटक ले जाने में सक्षम है, जो ब्रह्मोस मिसाइल के बराबर है.
रूस ने भारत के लिए कर दी ये बड़ी डील
दोस्तों रूस ने भारत के लिए ये डील ओपन कर दी है. अब गेंद भारत के पाले में है बिना किसी नेगोसिएशन यानी मोलभाव के ही रूस ने इस मिसाइल की तकनीक भारत को सौंपने की बात की है.. साथ ही इसे भारत में बनाने का प्रस्ताव भी रख दिया है ऐसे में भारत के लिए ये गोल्डन ऑफर साबित हो सकता है… माना जा रहा है कि अगले महीने पुतिन के भारत दौरे पर ये डील फाइनल हो सकती है. एक तरफ पुतिन अपने मित्र देश भारत को न्यू ईयर गिफ्ट के तौर पर मिसाइल के साथ उसकी तकनीक ऑफर कर रहे हैं.. तो वहीं अपने दुश्मनों को उन्होंने हैप्पी न्यू ईयर की जगह.. हैप्पी न्यूक्लियर ईयर विश कर दिया है.रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे परमाणु हथियारों के परीक्षण शुरू करने पर प्रस्ताव तैयार करें. पुतिन के इस एक आदेश के बाद से पूरी दुनिया में खलबली मच गई है.
दुनिया में मची न्यूक्लियर रेस की होड़
दुनिया में एक बार फिर न्यूक्लियर रेस शुरू होने का अंदेशा जताया जा रहा है क्योंकि अभी एक हफ्ते पहले ही ट्रंप ने परमाणु परीक्षण की तैयारी शुरू करने का दावा किया था और अब इसका जवाब पुतिन ने भी अपनी परमाणु तैयारी से दे दिया है. जिससे ये तय माना जा रहा है कि साल 2026 परमाणु परीक्षण का साल होने वाला है. यानी पुतिन ने नवंबर के महीने में ही हैप्पी न्यू ईयर की जगह हैप्पी न्यूक्लियर कह दिया है. अगर अमेरिका या कोई और देश परमाणु परीक्षण करता है तो रूस भी ऐसे ही कदम उठाने के लिए बाध्य है. इस मामले में मैं विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों को ये आदेश देता हूं कि इसकी तैयारी करें.
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