कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने जिला अस्पताल के रेडक्रॉस कर्मचारी राघवेंद्र खरे के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए तत्काल रूप से सेवा समाप्त कर दी है।17 अप्रैल 2025 को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति को डॉ. राजेश मिश्रा, संविदा पी.जी.एम.ओ. एवं राघवेन्द्र खरे, रेडक्रॉसकर्मी बुजुर्ग मरीज को जमीन से घसीटते हुये ले जा रहे थे। उक्त प्रकरण की जांच समिति (अनुविभागीय अधिकारी राजस्व छतरपुर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी छतरपुर एवं सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक छतरपुर) के प्रतिवेदन अनुसार सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के परिप्रेक्ष्य में राघवेन्द्र खरे रेडक्रॉसकर्मी द्वारा प्रस्तुत प्रतिउत्तर समाधानकारक प्रतीत ना होने से राघवेन्द्र खरे रेडक्रॉस कर्मी को रेडक्रॉस सोसायटी की सेवा से पृथक किया जाना प्रस्तावित किया गया था।भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी पीड़ित मानवता की सेवा के लिये कार्य करने वाली संस्था है, ऐसी स्थिति में रेडक्रॉस कर्मी राघवेन्द्र खरे द्वारा यह कृत्य किया जाना घोर आपत्तीजनक एवं अक्षम्य है। कलेक्टर श्री जैसवाल ने उक्त कर्मी की तत्काल प्रभाव से सेवायें भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी से समाप्त कर दी है।
संचालक दिनेश श्रीवास्तव, लोकस्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने की कार्रवाई*सोशल मीडिया पर जिला चिकित्सालय छतरपुर के वायरल वीडियो के संदर्भ में संज्ञान लेते हुए संचालक, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा डॉ. जी.एल. अहिरवार, सिवल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, छतरपुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है, जिसके आदेश जारी किए जा चुके हैं।