नई दिल्ली: पूरी दुनिया जानती है कि आतंकवाद रोकने के नाम पर अमेरिका से फंड लेने वाला पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देता है. पाकिस्तान दुनिया के सामने आतंकी हाफिज सईद को जेल में डालने का दिखावा करता है, तो वहीं पुलवामा आतंकी हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर और मलाला को गोली मारने वाले आतंकी एहसानुल्लाह को दुनिया से छिपाता है. पेरिस में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की चल रही मीटिंग के बाद प्रतिबंधों से पाकिस्तान इस कदर खौफ में है कि वो आतंकियों की ढाल बन गया है.
आतंकियों की ढाल पाकिस्तान
दुनिया में आतंकियों के सबसे बड़े हमदर्द पाकिस्तान का काला सच एक बार फिर दुनिया के सामने आ गया है. पिछले साल 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे. इस आतंकी हमले के पीछे जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का दिमाग था. भारत ने मसूद अजहर और जैश के खिलाफ पाकिस्तान को सबूत भी सौंपे, लेकिन इमरान खान आतंकी मसूद अजहर के ढाल बनकर खड़े हैं. इमरान खान ने जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित होने से बचाने की लाख कोशिश की लेकिन उनकी एक नहीं चली. संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया. मसूद को सलाखों के पीछे डालने की बजाए अब इमरान खान ने दुनिया की नज़रों से बचाने के लिए उसे कहीं छिपा दिया है.
कैसे मसूद अजहर की ढाल बना पाकिस्तान?
बीते साल मार्च में मसूद अजहर को हिरासत में लिए जाने का पाकिस्तान ने दिखावा किया था. हिरासत में होने के बावजूद मसूद अजहर सुरक्षा बलों के घेरे में रहकर आसानी से घूमता था. अंतर्राष्ट्रीय आतंकी मसूद अजहर को बचाने के लिए अब इमरान खान ने एक और चाल चली है. पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि आतंकी मसूद अजहर और उसका पूरा परिवार लापता है. अंतरराष्ट्रीय आतंकी मसूद अजहर पाकिस्तान में कहां है? ये पाकिस्तान सरकार को भी नहीं पता. दरअसल, पाकिस्तान जानबूझकर मसूद को बचाने की कोशिश में है, क्योंकि अगर मसूद दुनिया की नजरों के सामने होगा, तो एफएटीएफ ये सवाल करेगा कि आखिर मसूद अजहर के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई. पाकिस्तान आतंकियों का कितना बड़ा हमदर्द है, इसका अंदाजा एक और घटना से लगाइए.
मलाला को गोली मारने वाले आतंकी को भगाया?
आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान का पूर्व प्रवक्ता और खूंखार आतंकवादी एहसानउल्लाह अहसान पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की हिरासत से पिछले दिनों फरार हो गया. आतंकी एहसान ने 2012 में नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसफजई को गोली मारी थी. 2014 में पेशावर आर्मी स्कूल में आतंकी हमले में आतंकी एहसान का हाथ था. इतना खूंखार आतंकी पाकिस्तान की सुरक्षा से भाग गया, या यूं कहें जानबूझकर भगा दिया गया.
पाकिस्तान को बैन से कोई नहीं बचा पाएगा ?
पेरिस में एफएटीएफ की बैठक शुरू हो गई हैइसी बैठक में पाकिस्तान के भविष्य का फैसला होना है. पाकिस्तान पहले से ही एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है और ब्लैक लिस्ट में जाने का खतरा है. ब्लैक लिस्ट में जाने से बचने की छटपटाहट में पाकिस्तान ने दो खूंखार आतंकियों को ही छिपा दिया है. पाकिस्तान को एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट में डालने के लिए भारत अंतरराष्ट्रीय आतंकी मसूद अजहर और आतंकी एहसानउल्लाह एहसान के पाकिस्तान से गायब होने का मुद्दा उठाएगा लेकिन पाकिस्तान के चार ‘खास दोस्त’ पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट में जाने से बचाने की कोशिश करेंगे.
आपको बताते हैं वो चार ‘खास दोस्त’ कौन हैं?
पहला देश है चीन
– चीन पाकिस्तान का हर मौके पर साथ देता है.
– भारत के खिलाफ कोई भी मुद्दा चीन पाकिस्तान के साथ खड़ा हो जाता है.
– चीन पाकिस्तान में CPEC कॉरिडोर बना रहा है, अगर पाकिस्तान ब्लैकलिस्ट हुआ तो उसका निवेश फंस जाएगा.
दूसरा देश है तुर्की
– तुर्की ने ऐलान किया है कि FATF में पाकिस्तान का साथ देगा
– तुर्की ने कश्मीर मसले पर भी पाकिस्तान का साथ देने का ऐलान किया है.
तीसरा देश है सऊदी अरब
– सऊदी अरब ने भी पाकिस्तान में निवेश कर रखा है.
– अगर पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट होता है तो सऊदी का निवेश फंस जाएगा.
चौथा देश है मलेशिया
– मलेशिया भी FATF में पाकिस्तान का साथ देगा.
– मलेशिया कश्मीर के मसले में भी टांग अड़ा चुका है.