भोपाल। हर साल होली के पहले 8 दिन चलने वाला होलाष्टक इस बार कुछ अलग रहेगा। इस साल 9 दिनों तक होलाष्टक रहेगा। इसलिए ज्योतिषियों ने लोगों को चेताया है कि होलाष्टक के दौरान कोई भी शुभ कार्य न करें, नहीं तो हानि हो सकती है। गौरतलब है कि हिन्दू पंचांग में फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन होली पर्व मनाई जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि होली से आठ पहले होलाष्टक शुरू हो जाता है। इस अवधि में सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है और होलिका दहन के बाद यह कार्य पुनः शुरू हो जाते हैं।
इसलिए नहीं करने चाहिए मांगलिक कार्य
पंडित सुनील तिवारी ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र में इस बात का जिक्र है कि होलाष्टक की अवधि में ग्रहों का स्वभाव उग्र हो जाता है। यही कारण है कि इनके दुष्प्रभाव का खतरा बढ़ जाता है। पंडित सुनील तिवारी ने बताया कि इस वर्ष होलाष्टक 2023 आठ नहीं बल्कि नौ दिनों तक रहेगा। इसलिए लोगों को और भी संभलकर कार्य करने होंगे।
क्या कहते हैं पांचांग
हिन्दू पंचांग के अनुसार होलाष्टक की शुरुआत फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि से होता है। ऐसे में इस वर्ष सप्तमी तिथि का प्रारंभ 27 फरवरी 2023 को मध्यरात्रि 12 बजकर 59 मिनट पर होगा। तिथि का समापन 28 फरवरी को सुबह 02 बजकर 21 मिनट पर होगा। अर्थात होलाष्टक 27 फरवरी सोमवार से शुरू होंगे। पंचांग के अनुसार होलाष्टक का समापन 07 मार्च 2023, मंगलवार को होलिका दहन के दिन होगा।
इस वर्ष 9 दिन रहेगा होलाष्टक, न करें शुभ कार्य, 27 फरवरी से होगी शुरुआत
