सीएम और आगामी सीएम में मुलाकात, कभी भी जारी हो सकते हैं आदेश
भोपाल। प्रदेश में पदस्थ दूसरी सीनियर अफसर वीरा राणा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मुलाकात की है। मध्य प्रदेश की अफ़सरशाही में बड़ा बदलाव के बीच यह मुलाकात चर्चा का विषय बन गई है। बुधवार दोपहर को अपर मुख्य सचिव वीरा राणा ने सीएम से मुलाकात की। निर्वाचन आयोग कभी भी वीरा राणा को मुख्य सचिव बनाने का आदेश जारी कर सकता है। 1988 बैच की आईएएस अफ़सर वीरा राणा मौजूदा मुख्य सचिव इक़बाल सिंह बैंस की जगह लेंगी, जिनका कार्यकाल 30 नवंबर 2023 को खत्म हो रहा है। वर्ष 2020 में वीएल कांताराव के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में चले जाने के बाद वीरा राणा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की भूमिका अदा की थी।

आपको बता दें कि मौजूदा सीएस इकबाल सिंह बैंस एक साल पहले 30 नवंबर 2022 को सेवानिवृत्त हो गए थे। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने उन्हें 30 मई 2023 तक के लिए 6 महीने का विस्तार दिया था। उसके बाद फिर 30 नवंबर 2023 तक विस्तार मिला था। चूंकि अब प्रदेश में आचार संहिता लागू है तो सरकार को सीएस तय करने का अधिकार है। ऐसे में वरिष्ठता के आधार पर वीरा राणा को चुनाव आयोग सीएस बनाएगा। आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश के कुछ आईएएस अधिकारियों का नामों पर विचार किया था। इनमें से प्रदेश में वरिष्ठता क्रम में 1988 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी वीरा राणा, 1989 बैच के मोहम्मद सुलेमान और विनोद कुमार का नाम भी था। चूंकि प्रशासनिक नियमों के अनुसार सीएम बनाने का निर्णय वरिष्ठता के आधार पर होता है। इसलिए आयोग वीरा राणा को ही सीएस बना सकता है। हालांकि सरकारें कई बार वरिष्ठता को दरकिनार करके अपने पसंद के अधिकारियों को भी सीएस बना देती हैं।