- स्थिति में सुधार होने के बाद ICU से आए बाहर
- बयान जारी कर डाउनिंग स्ट्रीट ने यह जानकारी दी
कोरोना पॉजिटिव ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की स्थिति में सुधार है. वह अब इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) से बाहर आ गए हैं. डाउनिंग स्ट्रीट ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है.
डाउनिंग स्ट्रीट के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि स्थिति में सुधार को देखते हुए बोरिस जॉनसन को आईसीयू से बाहर लाया गया है, और देखभाल के लिए उन्हें वार्ड में ट्रांसफर कर दिया गया है.
55 वर्षीय बोरिस जॉनसन को रविवार को लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद हालात बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था.
वहीं पीएम बोरिस जॉनसन के आईसीयू से बाहर आने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुशी जाहिर की है. ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘बड़ी खबर: प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आईसीयू से बाहर आ गए हैं. जल्द स्वस्थ हों बोरिस!!!’
Great News: Prime Minister Boris Johnson has just been moved out of Intensive Care. Get well Boris!!!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 9, 2020
गौरतलब है कि बोरिस जॉनसन लंदन के सेंट थॉमस हॉस्पिटल में भर्ती हैं. उन्हें रविवार को यहां दाखिल कराया गया था. बाद में हालत थोड़ी बिगड़ती देख उन्हें गहन चिकित्सा विभाग (इंटेंसिव केयर यूनिट) में भेज दिया गया. बारीकी से उनकी हालात पर नजर रखी जा रही है.
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बता दें कि 26 मार्च की रात को प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, इसके बाद वह सेल्फ आइसोलेशन में चले गए थे. लेकिन रविवार की शाम 5 अप्रैल को उन्हें लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनकी हालत बिगड़ने पर 6 अप्रैल की शाम को उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट में भेज दिया गया था.
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डाउनिंग स्ट्रीट ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री हॉस्पिटल से काम नहीं कर रहे हैं लेकिन वे दूसरे लोगों से मिलने में सक्षम बताए जा रहे हैं. पीएम जॉनसन की जगह विदेश सचिव डोमिनिक राब काम देख रहे हैं. अगर राब की भी तबीयत खराब होती है तो एक्सचेकर के चांसलर ऋषि सुनक उनकी जगह काम देखेंगे.
प्रधानमंत्री जॉनसन ने 23 मार्च को ब्रिटेन में लॉकडाउन का ऐलान किया था. इसके तहत सबकुछ बंद है, केवल जरूरी चीजों की सेवाएं जारी रखी गई हैं. लोगों के जुटने पर पाबंदी है, लोग घरों से तभी बाहर निकल रहे हैं जब उन्हें कोई जरूरी सामान खरीदना होता है. तीन हफ्ते बाद इस लॉकडाउन की समीक्षा की जानी है.