नई दिल्ली: चीन (China) के साथ मिलकर नेपाल (Nepal) भले ही भारत (India) की परेशानी बढ़ाने में लगा हो, लेकिन भारत ने मुश्किल वक्त में उसका साथ देकर एकबार फिर दोस्ती की मिसाल पेश की है. नई दिल्ली ने कोरोना (CoronaVirus) संकट से मुकाबले के लिए काठमांडू को 10 ICU वेंटिलेटर (Ventilators) उपलब्ध कराये हैं.
ये वेंटिलेटर भारतीय सेना द्वारा नेपाल की सेना को दिए गए हैं, ताकि संक्रमित मरीजों की जान बचाई जा सके. काठमांडू में भारत के राजदूत विनय मोहन कवत्रा (Vinay Mohan Kwatra) ने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल पूर्ण चंद्र थापा को वेंटिलेटर सौंपते हुए उन्हें यह भरोसा दिलाया कि भारत सरकार नेपाल की हर संभव सहायता के लिए तैयार है.
नेपाली अखबार काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, इस मौके पर भारतीय राजदूत ने कहा कि नई दिल्ली कोरोना महामारी से जंग में नेपाल की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना और नेपाली सेना के बीच अच्छे संबंध रहे हैं और वेंटिलेटर उपलब्ध कराकर भारतीय सेना ने मानवतावादी सहयोग को दर्शाया है.
Kathmandu: India hands over ten ventilators to Nepal. These were handed over to Chief of Army Staff General Purna Chandra Thapa by Indian Ambassador to Nepal Vinay Mohan Kwatra at Army Headquarters. pic.twitter.com/HcDcQvWDmH
— ANI (@ANI) August 9, 2020
गौरतलब है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली चीन के इशारे पर भारतीय के लिए मुश्किलें खड़ी करते आ रहे हैं. उनकी सरकार ने विवादित नक्शा पास करके भारतीय इलाकों को अपना बताया है. कुछ वक्त पहले उन्होंने भारत विरोधी कदम उठाते हुए दूरदर्शन को छोड़कर सभी भारतीय न्यूज चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, बाद में उन्हें पीछे हटना पड़ा. इसके अलावा, वह कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए भी भारत को दोषी करार दे चुके हैं.
उम्मीद की जानी चाहिए कि नेपाल को अब यह समझ आ जाए कि मुश्किल वक्त में साथ देने वाला ही सबसे बड़ा दोस्त होता है. कोरोना संकट में चीन नहीं बल्कि भारत उसके काम आया है. मौजूदा वक्त में वेंटिलेटर की क्या अहमियत है यह सभी जानते हैं. भारत द्वारा उपलब्ध कराये गए 10 वेंटिलेटरों से सैकड़ों नेपाली जिंदगियों को बचाया जा सकता है.


