इंडसइंड बैंक के ₹2000 करोड़ के कथित घोटाला मामले की जाँच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की प्रारंभिक जाँच में यह सामने आया है कि बैंक के उस समय के शीर्ष प्रबंधन अधिकारियों ने अकाउंटिंग बुक्स में हेरफेर यानी ‘एडजेस्टमेंट किए जाने’ की बात को स्वीकार किया है।
EOW अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है और उन्होंने बैंक के पूर्व डिप्टी CEO अरुण खुराना को दोबारा समन भेजा है।