तेल अवीव। हमास ने इजरायल पर हमला किया तब से ही दोनों देशों के बीच में जंग छिड़ गई है। गाजा पर इजरायल और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच जंग जारी है। दोनों तरफ मिलाकर करीब तीन हजार लोगों की मौत हो चुकी है। जंग के बीच गुजराती मूल की दो लड़कियां भी सुर्खियों में हैं। इन दोनों लड़कियों ने भी आतंकी संगठन हमास के खिलाफ हथियार उठा लिए हैं। ये दोनों लड़कियां जूनागढ़ से ताल्लुक रखती हैं। अब हर तरफ इनकी ही चर्चा हो रही है। आपको बता दें कि इन दोनों लड़कियों के पिता जीवाभाई मुलियासिया और सवदासभाई मुलियासिया जूनागढ़ के मनावदार तालुका के कोठाडी गांव में रहते हैं। यह दोनों कई साल पहले पहले इजरायल जाकर बस गए। उन्होंने इजरायली नागरिकता हासिल कर ली थी। मुलियासियास वर्षों से इजरायल में बसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि उनकी बेटियों ने इजरायली रक्षा बलों में अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए सेवा की।

एक रिपोर्ट के मुताबिक जीवाभाई मुलियासिया, जो दो चचेरे भाइयों में से एक, नित्शा के पिता हैं। उन्होंने बताया कि नित्शा 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी नागरिकों के लिए इजरायल की कंप्लसरी मिलिट्री सर्विस के तहत ही इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) में शामिल हो गई। इजरायल की शिक्षा प्रणाली बच्चों में नेतृत्व गुणों को बढ़ावा देती है। नित्शा पिछले दो सालों से लेबनान, सीरिया, जॉर्डन और मिस्र की सीमाओं पर तैनात रह चुकी हैं। वह गश डेन में भी तैनात थी। यह वह जगह है जहां से इजरायल की सेना ने साल 2021 में गाजा में हमास पर हमला किया था। वो दोनों विदेश में हैं और इस युद्ध का हिस्सा नहीं है। बता दें कि इजरायल बड़ी संख्या में गुजरातियों का घर है। ये गुजराती व्यापार, शिक्षा और रोजगार जैसी कई वजहों से देश में आते हैं। इजराइल में, एक नियम है जिसके तहत पुरुषों और महिलाओं दोनों को कम से कम 24 से 32 महीने तक आईडीएफ में सेवा करना अनिवार्य होता है। गुजरात के कोठडी गांव के कई लोग 30 से 35 सालों से इजरायल में रह रहे हैं। ये सभी इस समय सुरक्षित हैं।


