इंदौर, मध्य प्रदेश।मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में पिछले महीने हुए ‘एमवाय अस्पताल चूहा कांड’ के विरोध में जयस संगठन ने रविवार को एक अनोखे तरीके का विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के सदस्यों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए अर्धनग्न होकर सड़कों पर रैली निकाली और धरना दिया।
क्या था ‘चूहा कांड’?
यह पूरा मामला तब सामने आया जब प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवाय (महाराजा यशवंतराव) हॉस्पिटल में चूहों द्वारा दो नवजात बच्चों के अंग कुतर दिए गए। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद दोनों ही नवजात बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। शुरुआती जांच में एक नवजात को लावारिस घोषित कर दिया गया था, लेकिन बाद में जब परिजन सामने आए, तब से ही जयस संगठन उनके साथ मिलकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
धरने और रैली का विवरणप्रशासन ने इस मामले में कुछ कार्रवाई की थी, लेकिन जयस संगठन 21 सितंबर से एमवाय अस्पताल पर लगातार धरना दे रहा था। उनकी मुख्य मांगें थीं कि अस्पताल अधीक्षक और डीन पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए और उन्हें तत्काल नौकरी से हटाया जाए। संगठन का कहना है कि उनकी मांगें इसलिए नहीं मानी जा रही हैं क्योंकि मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है।अधिकारियों द्वारा बात न किए जाने पर, संगठन ने रविवार को भारी संख्या में समाज के लोगों को अस्पताल पर जुटने का आह्वान किया।
विरोध का तरीका: अस्पताल पर एकत्रित हुए प्रदर्शनकारी वहाँ से अर्धनग्न होकर रैली निकालते हुए रीगल चौराहा पहुँचे।
सड़क पर प्रदर्शन: रीगल चौराहे पर जयस कार्यकर्ता बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए, जिससे यातायात प्रभावित हुआ और विरोध का तरीका चर्चा में आया।
कलेक्टर कार्यालय कूच: इसके बाद प्रदर्शनकारी वहां से उठकर कलेक्टर कार्यालय की ओर कूच कर गए।कलेक्टर से बातचीत की मांगजयस संगठन की यह माँग है कि कलेक्टर इस पूरे मामले में उनसे बातचीत करें, क्योंकि पिछले कई दिनों से कलेक्टर ने इन प्रदर्शनकारियों से किसी प्रकार की चर्चा नहीं की है।
जयस संगठन अध्यक्ष लोकेश मुजाल्दा ने बताया कि वे कलेक्टर से मिलकर अपनी माँगे रखेंगे और इस गंभीर मामले में दोषियों पर सख्त कार्यवाही की माँग करेंगे। कलेक्टर से होने वाली बातचीत के बाद ही आगे की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।


