- क्राइम ब्रांच ने 9 आरोपियों को भेजा था नोटिस
- व्हाट्सएप ग्रुप के छात्रों की भी हुई पहचान
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में हुई हिंसा पर आजतक के स्टिंग के बाद दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई है. हिंसा की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की टीम ने पूछताछ के लिए 9 आरोपियों को आज बुलाया है. ये सभी जेएनयू हिंसा वाले वायरल वीडियो में पहचाने गए हैं. इनमें जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल हैं. माना जा रहा है कि वो आज पुलिस के सामने पेश हो सकती हैं.
क्राइम ब्रांच के अनुसार, लड़कियों को खुद ही जगह चुनने के लिए कहा गया है. लड़कियों की ओर से बताई गई जगह पर दिल्ली पुलिस की महिला अधिकारी तय समय पर जाकर पूछताछ करेगी. वहीं, लड़कों को कमला मार्केट क्राइम ब्रांच के एसआईटी दफ्तर में आने को कहा गया है. पूछताछ के लिए नहीं पहुंचने वालों को फिर से नोटिस भेजा जाएगा. कई स्टूडेंट को नोटिस हॉस्टल जाकर दिया गया था तो कई को ई-मेल किया गया था.
दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा वाले दिन बने व्हाट्सएप ग्रुप ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’ में शामिल 60 से ज्यादा सदस्यों में से 44 छात्रों की पहचान भी कर ली है, जिन्हें जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. दिल्ली पुलिस ने आजतक से स्टिंग ऑपरेशन को अपनी जांच का हिस्सा बना लिया है. इसी वीडियो में अपने गुनाह कबूल कर रहे अक्षत अवस्थी और रोहित शाह को पुलिस ने कल तलब किया था, लेकिन वो पुलिस के सामने हाजिर नहीं हुए.
अक्षत अवस्थी ने दी बचकानी सफाई
इस बीच अक्षत अवस्थी ने सफाई पेश की है. अक्षत जोशी ने कहा कि मैं एक स्थिति बनाने की कोशिश कर रहा था और झूठ बोल रहा था क्योंकि मुझे लगा कि इससे मुझे व्यक्तिगत रूप से मदद मिलेगी. मैं डींग हांक रहा था, मैंने एक झूठी कहानी बनाई क्योंकि मुझे लगा कि मुझे फायदा होगा. मैं हीरो बनने की कोशिश कर रहा था. मैं यह कहूंगा कि स्टिंग के दौरान मैंने जो कहा वह सच नहीं था.