वॉशिंगटन: राष्ट्रपति पद संभालने के साथ ही जो बाइडेन (Joe Biden) एक्शन में आ गए हैं. शपथ ग्रहण के कुछ घंटों बाद उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के एक फैसले को पलट दिया है. बाइडेन ने कहा है कि अमेरिका जलवायु परिवर्तन (Climate Change) से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय पेरिस जलवायु समझौते (Paris Climate Agreement) में दोबारा शामिल होगा. उन्होंने इस संबंध में एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर भी किए हैं. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में राष्ट्रपति बाइडेन कई और महत्वपूर्ण फैसले ले सकते हैं. उन्होंने ट्वीट करके इसके संकेत दिए हैं.
‘अब मुझे अधिकार मिल गया है’
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘शपथ ग्रहण करने के बाद मुझे निम्न पर कार्य करने का अधिकार मिल गया है: महामारी नियंत्रण, आर्थिक राहत, जलवायु परिवर्तन और नस्लीय समानता’. बाइडेन ने पहले ही यह साफ कर दिया था कि सत्ता संभालते ही वह देशवासियों के हित से जुड़े मुद्दों पर सबसे पहले काम करेंगे और ट्रंप कार्यकाल में लिए गए गलत फैसलों को बदलेंगे. इसकी शुरुआत उन्होंने पेरिस समझौते में वापसी का ऐलान करके कर दी है.
After taking the oath of office this afternoon, I got right to work taking action to:
– Control the pandemic
– Provide economic relief
– Tackle climate change
– Advance racial equity— President Biden (@POTUS) January 20, 2021
Trump की हुई थी आलोचना
CNN के अनुसार, राष्ट्रपति बाइडेन ने बुधवार को पेरिस जलवायु समझौते में अमेरिका को फिर से शामिल करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम ऐसे जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने जा रहे हैं, जो हमने अब तक नहीं किया है. बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौता से अमेरिका को बाहर कर लिया था. उनके इस फैसले की आलोचना भी हुई थी. पेरिस जलवायु समझौता ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने के लिए 2015 में किए गए ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय समझौतों में से एक है.
Corona से जंग में Biden से आस
जो बाइडेन कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए भी जल्द कोई ऐलान कर सकते हैं. वह पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों की आलोचना कर चुके हैं, लिहाजा अब उन्हें कुछ ऐसा करना होगा जिससे कोरोना के बढ़ते प्रकोप से अमेरिकियों को मुक्ति दिलाई जा सके. अमेरिका दुनिया में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है और इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को दोषी ठहराया जाता है. ट्रंप शुरुआत से ही कड़े उपायों के खिलाफ रहे और कई मौकों पर उन्हें नियमों का उल्लंघन करते पाया गया. ऐसे में अब जनता को नए राष्ट्रपति से काफी उम्मीदें हैं.


