lifestyle when pakistani model kami sid thought she will be killed
(Hindi News from Navbharat Times , TIL Network)
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सालों तक इस पाकिस्तानी मॉडल को नहीं पता था अपने बारे में ये सच, डरती थी कि कोई उन्हें मार देगा

पाकिस्तान में वैसे तो कई हस्तियां हैं जो किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बनी रहती हैं, लेकिन एक नाम ऐसा भी है जिसने अपने दम पर समाज से लड़ते हुए अपनी जगह बनाई है। मॉडलिंग और सोशल वर्कर के रूप में पहचान रखने वाली कामी सिड का बचपन आम बच्चों जैसा नहीं था और इसके पीछे एक बड़ी वजह थी जो उन्हें कई सालों बाद पता चली।
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पिता का हो गया था देहांत, मां ने बच्चों को संभाला

एक इंटरव्यू में कामी ने बताया था कि उनके पिता का देहांत जल्दी हो गया था इसलिए बच्चों को मां ने ही संभाला। उन्होंने बताया कि वह जब स्कूल जाती थीं तो दूसरे बच्चे उन्हें चिढ़ाते थे और उनके चिढ़ाने की वजह भी आम नहीं थी।
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समझ नहीं आता था क्यों चिढ़ाते थे बच्चे

कामी की मानें तो बच्चे ख्वाजा सिरा समुदाय की तरह ताली बजाकर चिढ़ाते थे। वहीं, घर पर उनके बड़े भाई-बहन उन्हें समझाते थे कि वे आम लोगों से अलग हैं, लेकिन सब ठीक हो जाएगा। उस उम्र में कामी को समझ ही नहीं आता था कि आखिर ये ख्वाजा सिरा समुदाय, ताली और अलग होना है क्या?
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और फिर इंटरनेट से मिली ये जानकारी

आखिरकार जब बड़े होने पर उन्हें इंटरनेट चलाना आया तब जानकारी ढूंढते-ढूंढते उन्हें पता चला कि वह एक किन्नर हैं। यही वजह है कि उन्हें ख्वाजा सिर समुदाय का कहा जाता और बच्चे उन्हें किन्नरों जैसी टिपिकल ताली बजाकर चिढ़ाया करते।
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उन्हें लगा कि कोई मार देगा

पहले तो कामी के लिए इससे उबर पाना मुश्किल था, लेकिन उन्होंने फिर खुद को संभाला और अपनी पहचान बनाने में जुट गईं। उन्होंने सबसे पहले जब मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा तो उन्हें डर था कि कोई उन्हें मार देगा क्योंकि पाकिस्तान में ट्रांसजेंडरों को मारे जाने की खबरें अक्सर सामने आती थीं।
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बनीं पाकिस्तान की पहली ट्रांसजेंडर मॉडल

कामी ने हिम्मत की और बतौर मॉडल मैगजीन के लिए फोटोशूट करवाया। इसने उन्हें पाकिस्तान की पहली ट्रांसजेंडर मॉडल बना दिया। इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे रैंप वॉक की दुनिया में भी अपनी जगह बना ली। इतना ही नहीं उन्होंने फिल्मी पर्दे पर भी कदम रखा और उसके जरिए अपने जैसे अन्य लोगों के बारे में जागरूक करना शुरू कर दिया।
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ट्रांसजेंडरों के प्रति सोच बदलने की कोशिश

कामी सिड NGO के माध्यम से ट्रांसजेंडरों के प्रति होने वाली हिंसा और भेदभाव को मिटाने के लिए काम करती हैं। साथ ही वह LGBTQ समुदाय को भी सपोर्ट करती हैं। वह दुनियाभर में अलग-अलग प्लैटफॉर्म पर इन समुदायों के दर्द के बयां कर उनके हक की बात सामने रखती दिखी हैं। यही वजह है कि पाकिस्तान में उन्हें एक मजबूत शख्सियत के रूप में जाना जाता है।
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‘ट्रांसजेंडर भी इंसान हैं’

कामी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अब जब वह अपनी पहचान बना चुकी हैं तो वह इसका फायदा उठाते हुए अपने ही जैसे दूसरे लोगों की मुश्किलों को दुनिया के सामने लाना चाहती हैं। वह चाहती हैं कि सभी देखें कि वे भी आम इंसान की ही तरह हैं जो बस खुशी से जीना चाहते हैं। (सभी फोटोज: kamisid_official)
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