मध्य प्रदेश में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या के रूप में उभरी है, जहाँ रोजगार पोर्टल पर 25 लाख 68 हजार 321 युवाओं ने पंजीकरण कराया है। इन आंकड़ों में सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि 10 लाख 46 हजार से अधिक युवा केवल अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से हैं।
पंजीकृत बेरोजगारों के आँकड़े बताते हैं कि सामान्य वर्ग से 6 लाख 34 हजार 433 युवा और अनुसूचित जाति वर्ग से 4 लाख 69 हजार 474 युवा पंजीकृत हैं। वहीं, अनुसूचित जनजाति से 4 लाख 18 हजार 308 युवा इस सूची में शामिल हैं।
यह दर्शाता है कि प्रदेश में आर्थिक और सामाजिक अवसरों की असमानता सबसे अधिक OBC वर्ग को प्रभावित कर रही है। रोजगार की तलाश में पंजीकृत युवाओं की यह बड़ी संख्या राज्य में रोजगार सृजन की चुनौतियों और विभिन्न सामाजिक वर्गों पर इसके असमान प्रभाव को उजागर करती है।