एटा, उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के एटा से सास-बहू के रिश्ते की एक ऐसी मिसाल सामने आई है, जिसने प्रेम और त्याग की नई परिभाषा गढ़ी है। यहां एक सास ने अपनी बहू को किडनी दान कर उसकी जान बचाई। सास का कहना है कि उनकी बहू, बहू नहीं बल्कि उनकी बेटी जैसी है।
एटा की रहने वाली आरती (बहू) की दोनों किडनी संक्रमण के कारण 75% खराब हो चुकी थीं। डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट को ही एकमात्र विकल्प बताया। जब आरती की सगी मां ने किडनी देने से इनकार कर दिया, तब सास बीनम देवी ने आगे बढ़कर अपनी किडनी दान करने का फैसला लिया।
इस कदम से उन्होंने न सिर्फ अपनी बहू की जिंदगी बचाई, बल्कि समाज में एक नया संदेश भी दिया है कि खून का रिश्ता ही सब कुछ नहीं होता, बल्कि प्यार और समर्पण से कोई भी रिश्ता अनमोल बन सकता है।