- मध्यप्रदेश में लगातार 10 साल 18% की विकास दर मेंटेन की : शिवराज सिंह चौहान
- 1 करोड़ मीट्रिक टन से बढ़कर 7 करोड़ मीट्रिक टन हुआ अन्न उत्पादन
भोपाल। मध्यप्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसने लगातार 10 साल से ज्यादा समय तक 18% की विकास दर मेंटेन की हुई है। अन्न के उत्पादन को हम 1 करोड़ मीट्रिक टन से बढ़ाकर 7 करोड़ मीट्रिक टन तक ले गए हैं। उक्त बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहीं। सोमवार को वे मध्य प्रदेश एमएसएमई समिट अपना उद्बोधन दे रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश एमएसएमई अवार्ड से भी सम्मानित किया। आपको बता दें कि इस समिट में उद्योग परिसंघ समेत 1000 उद्यमी शामिल हुए थे।
मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि
पिछले साल हमने 20 लाख मीट्रिक टन गेहूं एक्सपोर्ट किया था।
हमारे बासमती राइस की कनाडा और अमेरिका में खुशबू बिखरी हुई है। उन्होंने कहा कि पहले मध्य प्रदेश का बजट केवल ₹23 हजार करोड़ का हुआ करता था, लेकिन हमने वर्ष 2012 में एक लाख करोड़ से ज्यादा और वर्ष 2020-21 में ₹2 लाख करोड़ को पार किया। हमने वर्ष 2023-24 में ₹3 लाख करोड़ से ज्यादा का बजट पास किया।
मध्य प्रदेश के विकास को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हम बीमारू राज्य नहीं हैं, हम तेजी से विकसित राज्यों की श्रेणी में आगे बढ़ रहे हैं। मध्यप्रदेश की जीएसडीपी की साइज कभी 71 हजार करोड़ था और आज हम 15 लाख करोड़ क्रॉस कर रहे हैं। अपना मध्यप्रदेश पहले टूटी-फूटी सड़कों के लिए जाना जाता था। गड्ढों में सड़क की कि सड़क में गड्ढा या गडम-गड्ढा इसका पता नहीं चलता था। तब भोपाल से सागर जाना होता था तो रोड से नहीं ट्रेन से जाया करते थे।
इंदौर से अगर कोई नीमच चला जाए तो गाड़ी खाए हिचकोले हड्डी पसली सारी डोले याद आ गए शंकर भोले, तब ये मध्यप्रदेश की पहचान हुआ करती थी, लेकिन आज ये कहते हुए खुशी है कि हमने प्रदेश में 4 लाख किमी शानदार सड़कों का निर्माण किया है। सड़कों के साथ ही अब हम अब अटल एक्सप्रेस-वे, विंध्य एक्सप्रेस-वे, नर्मदा एक्सप्रेस-वे बना रहे हैं, लेकिन ये केवल एक्सप्रेस-वे नहीं होंगे। इनके दोनों तरफ इंडस्ट्रियल क्लस्टर डेवलप कर टाउनशिप बसाई जाएगी और उद्योगों के अनुकूल ईको सिस्टम बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओंकारेश्वर में हम डैम की सतह पर सोलर पैनल बिछा रहे हैं, ताकि पानी भाप बनकर न उड़े, पानी पर पैनल बिछाकर हम बिजली बना रहे हैं।
समिट में एमएसएमई और विज्ञान- प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, अनेक उद्योग परिसंघ के पदाधिकारी, नव उद्यमी, भारत सरकार और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित हैं। भोपाल की महापौर मालती राय भी मौजूद थी।