दिल्ली में राम मंदिर के लिए नवगठित श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक पूरी होने के बाद सभी की नजर मंदिर निर्माण की तारीख घोषित होने पर लगी हुई है। प्रयागराज के संतों का मत है कि मंदिर निर्माण के लिए सर्वश्रेष्ठ तारीख रामनवमी होगी। संतों का मानना है कि महाशिवरात्रि के बाद होलाष्टक लग जाता है। होलाष्टक में शुभ काम नहीं कराया जाना चाहिए। ऐसे में नवरात्र की नवमी तिथि जिस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था, वह मंदिर निर्माण के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन होगा।
संतों ने इस बारे में श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों को राय दी है कि अगर इस तारीख को मंदिर निर्माण शुरू हो सके तो वह सर्वश्रेष्ठ होगा। हालांकि मंदिर निर्माण की तारीख अयोध्या में ट्रस्ट की निर्माण समिति की बैठक के बाद ही तय होगा। जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरिगिरि ने बताया कि वैसे तो भगवान राम का काम किसी भी दिन शुरू किया जा सकता है, लेकिन उनके अनुसार सर्वश्रेष्ठ दिन रामनवमी होगा। क्योंकि इसी दिन भगवान राम का जन्म हुआ था।
वैसे भी महाशिवरात्रि के बाद होलाष्टक लग जाता है। होलाष्टक में सनातन धर्मी शुभ काम शुरू नहीं करते हैं। नवरात्र लगने पर मंदिर निर्माण तो नवरात्र की प्रतिपदा से शुरू हो सकता है, लेकिन जब इतने दिन रुकना है तो नवमी सर्वश्रेष्ठ समय होगा। हालांकि वैशाख में भी कई दिन शुभ हैं।
महंत हरिगिरि ने नव निर्वाचित सदस्यों और पदाधिकारियों को बधाई दी है। उम्मीद जाहिर की है कि जल्द ही मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा। योगगुरु आनंद गिरि का कहना है कि नवमी बेहतरीन दिन है। उन्हें उम्मीद है कि इसी दिन से समिति निर्माण शुरू करने की तारीख का ऐलान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि बैठक में विचार के बाद ही वह तारीख सामने आएगी जिस पर मंदिर निर्माण शुरू होगा।