Wednesday, June 25, 2025
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सोनी महापंचायत : प्रदेश में स्वर्णकला बोर्ड का गठन होगा

भोपाल, ब्यूरो। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सोनी समाज के बिना सामाजिक कार्य नहीं चल सकते हैं। भारतीय संस्कृति को बनाये रखने में सोनी समाज का अहम योगदान है। सोनी समाज आभूषणों का निर्माता है। आभूषण हजारों सालों से लोग पहनते आ रहे हैं। सोनी समाज अपनी कला के लिए जाना जाता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास पर सोनी महापंचायत में समाज के लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विधायक श्री रामपाल सिंह, राज्य सभा सांसद श्री कैलाश सोनी, बीडीए के अध्यक्ष श्री कृष्ण मोहन सोनी, पूर्व विधायक श्री बद्रीनाथ सोनी सहित समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रारंभ में पुष्प-वर्षा कर सोनी समाज के लोगों का स्वागत तथा सोनी समाज की नौ कन्याओं का पूजन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं हर बेटी और बहन में देवी माँ के दर्शन करता हूँ। माँ, बहन, बेटी आगे बढ़े इसके लिए मैं हमेशा कोशिश करता हूँ। उन्होंने कहा कि सोनी समाज की कला जीवित रहे और इससे रोजगार मिले, इसके लिए लगातार प्रयास करूंगा। समाज की कला आगे बढ़ती रहे इसके‍लिए प्रदेश में स्वर्णकला बोर्ड का गठन करेंगे। एक हफ्ते के अंदर आदेश जारी हो जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सोनी समाज के आराध्य देव महाराज अजमीढ़देवजी की मूर्ति भोपाल में स्थापित करने की बात कही। उन्होंने समाज के लोगों को प्रशिक्षण की व्यवस्था और 8 हजार रूपए महीना मानदेय प्रदान करने की घोषणा की। उदारतापूर्वक बंदूक के लाइसेंस भी प्रदान करेंगे। राज्य सभा सांसद श्री कैलाश सोनी ने कहा कि प्रदेश में सोनी समाज बहुत प्रभावशाली समाज है। इसके बगैर विवाह का संस्कार नहीं होता। मनुष्यों और मातृशक्ति को सजाने का कार्य हमारा समाज करता है। हमारे कारीगरों के प्रोत्साहन देने और कला को जीवित रखने के लिए स्वर्णकला बोर्ड का गठन हो तो बहुत अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। स्वर्णकार समाज उनका हमेशा साथ देगी।

युवाओं के सहयोग से एक नया और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश गढ़ेंगे: CM

  • मध्यप्रदेश में कोई युवा बेरोजगार नहीं रहेगा
  • युवाओं को कौशल सीखने और रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे
  • मुख्यमंत्री ने राज्य की युवा नीति एवं यूथ पोर्टल लांच किया
  • मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना दुनिया की सबसे बड़ी अप्रेंटिसशिप योजना होगी
  • हर वर्ष मध्यप्रदेश में होंगे खेलो एमपी यूथ गेम्स
  • मुख्यमंत्री ने युवाओं के हित में की अनेक घोषणाएँ
  • मेद्यावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति और विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि वितरित
  • मुख्यमंत्री श्री चौहान यूथ महापंचायत में युवाओं से हुए रू-ब-रू

भोपाल, ब्यूरो। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरूवार को कहा है कि जैसे चिड़िया अपने बच्चों को घोंसलों में नहीं रखती, उन्हें उड़ना सिखाती है, वैसे ही हम हमारे युवाओं को बेरोजगारी भत्ता न देकर विभिन्न कौशल सीखने और अपने आप को रोजगार के लिए तैयार करने के अवसर प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना का क्रियान्वयन एक जुलाई से आरंभ होगा। इसमें प्रदेश के युवा, श्रेष्ठतम प्रतिष्ठानों से जुड़ कर कौशल सीखेंगे, वे लर्न भी करेंगे और अर्न भी करेंगे। ऐसे युवाओं को हर माह कम से कम 8 हजार रूपए दिए जाएंगे। प्रतिष्ठान अपनी ओर से अलग से भी राशि देंगे। युवाओं के सहयोग से ही नए और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण होगा। युवा अपने सपने साकार कर सकें और सफलता की ऊँची उड़ान उड़ सकें, इसके लिए राज्य शासन हर संभव व्यवस्था करने और आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है। इसी कड़ी में आज राज्य की युवा नीति लांच की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान शहीद भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के शहादत दिवस पर राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में यूथ महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने यूथ महापंचायत में आये युवाओं का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवा पोर्टल का शुभारंभ किया और राज्य युवा नीति की पुस्तिका का अनावरण कर युवा नीति लांच की। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री जन-कल्याण शिक्षा प्रोत्साहन योजना के 20 हजार 937 युवा हितग्राहियों के खातों में 17 करोड़ 94 लाख रूपए, मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में देश-प्रदेश के संस्थानों में अध्ययनरत 3 हजार 182 विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए 175 करोड़, 36 वें नेशनल गेम्स में प्रदेश के लिए 66 पदक अर्जित करने वाले 132 खिलाड़ियों को 4 करोड़ 38 लाख 80 हजार की पुरस्कार राशि और गाँव की बेटी योजना में 25 हजार 800 बेटियों के खातों में 12 करोड़ 90 लाख रूपये की राशि अंतरित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य युवा पुरस्कार विजेता युवाओं को पुरस्कृत किया। साथ ही प्रदेश में विद्यमान प्रतिष्ठित औद्योगिक इकाइयों में अप्रेंटिसशिप के लिए युवाओं को अनुबंध-पत्र भी प्रदान किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं को युवा नीति के उद्देश्य तथा मुख्य बिन्दुओं की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू के बलिदान दिवस पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संघर्ष और कुर्बानी से ही देश को स्वतंत्रता प्राप्त हुई। युवा पीढ़ी उनके त्याग, तपस्या और बलिदान से जुड़ी रहे, इसी उद्देश्य से यूथ महापंचायत का आयोजन अमर शहीदों के बलिदान दिवस पर किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली, सम्पन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल से आजादी के ज्ञात-अज्ञात और गुमनाम नायकों के संघर्ष और बलिदान से देश परिचित हुआ है। इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई है। मध्यप्रदेश में भी जनजातीय क्रांतिकारियों की प्रतिमाएँ तथा स्मारक निर्मित किए गए हैं। देश के युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद प्रेरणा के मुख्य स्रोत हैं। स्वामी जी का मानना था कि कोई भी काम ऐसा नहीं है, जो हम नहीं कर सकते। युवा अपने को दीन-हीन न समझें। प्रधानमंत्री श्री मोदी के अनुसार यह अमृत काल की अमृत पीढ़ी है। आप अपने माता-पिता के साथ राष्ट्र और प्रदेश की भी संतानें हैं। राज्य सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास और उज्ज्वल भविष्य के लिए कृत-संकल्पित है।

मुख्यमंत्री की युवा कल्याण के लिए घोषणाएँ

  • प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए अलग से मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। इसके लिए कॉलेजों में 5 प्रतिशत सीट्स रिजर्व रहेगी।
  • प्रदेश में राज्य स्तरीय युवा आयोग का पुनर्गठन 5 अप्रैल तक किया जाएगा।
  • अगले वर्ष से युवा बजट बनाया जाएगा। यह मॉनिटरिंग की जाएगी कि युवा-कल्याण पर कितनी राशि किन-किन योजनाओं में आवंटित की गई एवं उन पर कितना कार्य किया गया है।
  • प्रतिवर्ष खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन किया जाएगा। अगले वित्तीय वर्ष से खेलों एवं खेल अधो-संरचना पर लगभग 750 करोड़ रूपये का निवेश करने का निर्णय लिया गया है। स्कूलों में खेल की शिक्षा अनिवार्य की जाएगी और योग को प्रोत्साहित किया जाएगा। हर गाँव में खेल मैदान बनाया जाएगा।
  • भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क इस वर्ष आरंभ हो जायेगा। ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा में नए ग्लोबल स्किल पार्क बनाए जाएंगे।
  • मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना लागू करने की घोषणा की। योजना में युवाओं को लर्न एंड अर्न का अवसर रहेगा। बजट में इसके लिए 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। योजना में एक जून से रजिस्ट्रेशन प्रारंभ होगा। विशेष रूप से विकसित पोर्टल पर आवेदन किया जाएगा। योजना में उद्योग, सर्विस सेक्टर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, ट्रेड, इंडस्ट्री 4.0 से जुड़ी तकनीकों जैसे सेक्टर्स में युवाओं की ट्रेनिंग के लिए योग्य प्रतिष्ठानों को जोड़ा गया है। युवाओं को हर माह कम से कम से 8 हजार रूपये की राशि दी जाएगी।
  • राज्य में इनक्यूबेटर सीट्स को 10 गुना बढ़ाया जाएगा। राज्य के शासकीय एवं निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 10 से अधिक इंक्यूबेटर स्थापित कर छात्र, मेंटर, स्टार्टअप, नवाचार एवं इकोसिस्टम आधारित विकास किया जाएगा।
  • युवाओं को जर्मन एवं जापानी भाषा सीखने के लिए बेसिक एवं एडवांस कोर्स उपलब्ध करवाएंगे।
  • एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज को पारम्परिक रोज़गार तक सीमित न रख कर गिग वर्क्स का प्लेटफार्म बनाया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक कुशल युवाओं को अनुभव एवं रोजगार के अवसर दिए जा सकें|
  • स्टार्ट-अप पॉलिसी से विश्वविद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित करने प्रदेश में 100 करोड़ रूपये की लागत से स्टूडेंट इनोवेशन फंड बनाया जाएगा।
  • प्रदेश में जिला स्तर पर विवेकानंद युवा संसाधन केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनमें केरियर गाइडेंस , कॉउंसिलिंग, मेंटेरिंग, लाइब्रेरी सहित विभिन्न योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने में सहायता की व्यवस्था होगी।
  • परंपरागत एवं जनजातीय लोक कला को बढ़ावा देने के लिए युवाओं को फैलोशिप प्रदान की जाएगी।
  • प्रदेश की सभी शासकीय पदों पर भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए वन टाइम परीक्षा शुल्क एवं रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की जा रही है। इसमें वर्ष में मात्र एक बार प्रतिभागी को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
  • केन्द्रीय परीक्षाओं की लिखित परीक्षा में उतीर्ण और साक्षात्कार के लिए दिल्ली आमंत्रित युवाओं को नई दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन में प्राथमिकता से नि:शुल्क आवास सुविधा दी जायेगी।
  • माँ तुझे प्रणाम योजना की तर्ज पर प्रदेश से चयनित युवाओं को अपने प्रदेश तथा संस्कृति को जानने के लिए युवा अनुभव यात्राएँ शुरू की जायेंगी।

पर्यावरण अनुकूल जीवन-शैली अपनाना जरूरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी युवाओं को अनुकूल पर्यावरण के लिए जीवन-शैली अपनाने के लिए निरंतर प्रेरित कर रहे हैं। पर्यावरण-संरक्षण और धरती को अगली पीढ़ी के लिए सुरक्षित छोड़ने में युवाओं को भी अपनी ओर से योगदान करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने स्वयं के प्रतिदिन पौधा लगाने के संकल्प का उल्लेख करते हुए युवाओं को समाज हित में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को पानी, बिजली की बचत, ऊर्जा-संरक्षण के लिए व्यक्तिगत स्तर पर कार्य करना आवश्यक है।

युवा, स्वास्थ्य एवं मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सजग रहे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवाओं को अपने स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए। मोबाइल सहित अन्य डिजिटल संसाधनों के अत्यधिक उपयोग से नई चुनौतियाँ सामने आ रही हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं को नशीले पदार्थों के उपयोग के खतरों के प्रति सचेत करते हुए कहा कि राज्य में एक अप्रैल से शराब दुकानों के पास बने अहाते बंद किए जा रहे हैं। पार्क, सड़क तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों को दण्डित किया जाएगा। नशे के अवैध व्यापार में लगे व्यक्तियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।

यंग अचीवर्स ने साझा किए अपने अनुभव

यूथ महापंचायत में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त मध्यप्रदेश के युवा अचीवर्स ने भी अपने अनुभव साझा किए। उद्यमी तथा चाय सुट्टा बार के संस्थापक श्री अनुभव दुबे ने कहा कि “हम गोरो को फ्रेंचाइजी बेचेंगे और कुल्हड़ में दी चाय से हर व्यक्ति हमारे देश और प्रदेश की मिट्टी को चूमेगा”। इसी सोच से आरंभ किया गया “चाय सुट्टा बार” आज वैश्विक ब्रांड बन गया है। श्री दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की सोच और कर्म में युवा का जोश झलकता है। प्रसिद्ध संगीतकार और गीतकार श्री मेघदीप बोस ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा प्रदेश में कला- संस्कृति को दिए गए प्रोत्साहन तथा प्रदेश में संगीत पर केन्द्रित प्रतिष्ठित कार्यक्रमों से ही उन्हें संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा और अवसर मिले। श्री बोस ने प्रदेश की सड़कों की स्थिति में गत वर्षों में हुए सुधार की भी सराहना की। ओलिंपियन श्री विवेक सागर प्रसाद ने कहा कि खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ना सरल नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश में खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल अधोसरंचना तथा प्रशिक्षकों का मार्गदर्शन उपलब्ध है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य युवा पुरस्कार विजेताओं श्री अंकित लखेरा, श्री शुभम चौहान, सुश्री सायना कुरैशी, सुश्री साक्षी भारद्वाज, कुमारी मुस्कान अहिरवार और श्री श्रुति तिवारी को पुरस्कार प्रदान किए। विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के युवा हितग्राही, अलग-अलग क्षेत्रों के यंग अचीवर्स, विद्यार्थी और यंग प्रोफेशनल्स सहित बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए। महापंचायत में भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, विदिशा, इंदौर, उज्जैन, देवास, आगर मालवा, शाजापुर, हरदा, नर्मदापुरम, सागर, गुना और अशोकनगर के युवाओं ने भी सहभागिता की। प्रदेश के अन्य सभी जिलों से युवा वर्चुअली जुडे़।

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बड़ी खबर : अब एक बार ही देनी होगी भर्ती परीक्षा की फीस

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को मध्य प्रदेश की युवा नीति का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के युवाओं के लिए बड़ा ऐलान किया है। इस ऐलान से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों को बड़ी राहत मिलेगी।
सीएम शिवराज ने कहा कि हम एक फ़ैसला और कर रहे हैं, हमारे बच्चों को सरकारी नौकरियों के लिए फार्म भरने पड़ते हैं और अलग-अलग जगह परीक्षा शुल्क अलग अलग लगता है। अब 5 नौकरियों के लिए आवेदन भरा, ₹400 शुल्क है। 400×5 करे तो ₹2000 हो गया।अब केवल एक बार ही परीक्षा शुल्क जमा करना होगा और सभी परीक्षाओं में वो भाग ले सकेंगे। हर परीक्षा के लिए अलग-अलग शुल्क की जरूरत नहीं होगी।

नेहरू, इंदिरा गांधी का नाम बताया, आजाद, भगत सिंह, वीर सावरकर को भुला दिया : शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवा नीति लांच की

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को यूथ महापंचायत को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज शहीद दिवस है, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू आज शहीद हुए उनका आज शहीदी दिवस है। अंग्रेजों ने चांदी की तस्तरी में हमें आजादी नहीं दी थी, हजारों क्रांतिकारी फांसी के फंदे पर झूल गये आजादी के लिए। क्रांतिकारी गाया करते थे- सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। हमारे शहीदों ने देश के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया। भगत सिंह ने असेंबली में बम फेंका। भगत सिंह चाहते तो भाग सकते थे, उनके साथियों ने उन्हें जेल से भगाने के लिए योजना बनाई। जब उन्हें पता चला तो वह गुस्सा हो गये, बोले- भगत सिंह को कायर समझते हो।भगत सिंह बोले- फांसी लगेगी तो एक भगत सिंह मर जाएगा लेकिन उसके लहू से हजारों भगत सिंह पैदा होंगे। उनमें मौत का खौफ नहीं, मरने का डर नहीं। वो हंसते हंसते फांसी के फंदे पर झूल गये। मेरे मन में एक तकलीफ है, आजादी के बाद तत्कालीन सरकारों ने हमें सिर्फ एक परिवार के बारे में बताया। नेहरू, इंदिरा गांधी का नाम बताया गया लेकिन हम भूल गये चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, झांसी की रानी को, सुखदेव, राजगुरू को, वीर सावरकर को, टंटया मामा को, कुंवर सिंह को हमने भुला दिया। इस देश को आजादी को इतिहास तक ढंग से नहीं पढ़ाया गया। मैं धन्यवाद देता हूं प्रधानमंत्री जी को जिन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव में देश के लिए मरने वालों का परिचय हमें कराया।आज शहीद दिवस पर हमने जानबूझकर यूथ पंचायत रखी है, शहीद चुंद्रशेखर आजाद की 116 वीं जन्म जयंती पर हमने पिछले वर्ष यूथ महापुंचायत आयोजित की थी, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू जी के शहीदी दिवस पर हम फिर यूथ पंचायत कर रहे हैं। यूक्रेन और रूस की लड़ाई में जब हमारे भारत के बच्चे फंसे तो प्रधानमंत्री जी ने कहा कि मेरे बच्चे तिरंगा लेकर निकलें तो युद्ध रोक देना। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये आज का भारत है, प्रधानमंत्री ने आपको अमृत पीढ़ी कहा है। तुम अपने मम्मी-पापा के बेटा-बेटी तो हो ही, तुम प्रदेश और देश के भी बेटा-बेटी हो। आज हमने अपने बच्चों के यूथ पॉलिसी बनाई है, हमारे पास 10000 सुझाव आये हैं। भाजयुमो ने, एबीवीपी ने भी युवाओं से सुझाव लिये। हमने व्यापक पैमाने पर विचार-विमर्श किया और हमने फिर यह युवा नीति बनाई है। यह केवल कर्मकांड नहीं है, यह तुम्हारी जिंदगी बनाने का विनम्र प्रयास किये हैं।

मध्यप्रदेश युवा नीति का उद्देश्य

– इस नीति का उद्देश्य है कि प्रदेश के युवा –
– ऐसे उद्यमी बने जो आत्मविश्वास के साथ जोखिम लेने के लिए तैयार हों
– आर्थिक और वित्तीय व्यवस्था एवं संरचना के प्रति जागरुक हों
– मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ हों
– कृषि एवं पर्यावरण के प्रति उत्तरदायी हों
– समावेशी एवं न्यायपूर्ण हो
– प्रतिभागिता की भावना से युक्त हों
– वैज्ञानिक स्वभाव एवं दृष्टिकोण से युक्त हों
– तथ्यों के आधार पर युक्तियुक्त निर्णय लेने में समर्थ हों
– अपनी संस्कृति एवं संस्कारों के प्रति आदर भाव से युक्त हों
– राष्ट्र निर्माण एवं अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित हो
– भविष्य में नेतृत्व प्रदान करने हेतु समर्थ हो
– शिक्षा एवं कौशल अर्जित कर रोजगार के योग्य हों
*मध्यप्रदेश युवा नीति के कार्यक्षेत्र*
– शिक्षा एवं कौशल
– रोजगार एवं उद्यमिता
–  स्वास्थ्य
– युवा नेतृत्व और सामाजिक कार्य
– खेल एवं फिटनेस
– कला एवं संस्कृति
– पर्यावरण सुरक्षा
–  समावेशन और समता

शिक्षा में सुधार के लिए हम सीएम राइज स्कूल बना रहे हैं, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस होंगे। पढ़ाई में सबसे बढ़ी बाधा फीस बनती है, हमने मुख्यमंत्री मेधावी योजना बनाई, उसमें हमने तय किया कि यदि आप में प्रतिभा है और आपका उच्च शिक्षण संस्थानों में आपका एडमिशन होता है तो आपकी फीस मामा भरवाएगा। आज तक 6 लाख रुपए मेधावी योजना की आय सीमा थी उसे में आज 8 लाख रुपए महीना कर रहा हूं। मेधावी योजना में सुधार के लिए कोई सुझाव होंगे तो हम उसे भी लागू कर देंगे। मैं तुम्हारी जिंदगी में कोई बाधा नहीं बनने दूंगा। सीएम राइज स्कूल बनाकर हम प्राइवेट स्कूल जैसी सुविधाएं देंगे। अब नीट के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में भर्ती होती है, कई बार सरकारी स्कूलों के बच्चे रह जाते हैं। एक काम हम कर रहे हैं। एक परिवर्तन कर रहे हैं, नीट के रिजल्ट की दो लिस्ट बनेगी। एक सामान्य लिस्ट बनेगी। एक सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए 5 परसेंट का आरक्षण देकर बनाएंगे। 95 प्रतिशत सामान्य नीट के आधार पर लिस्ट बनेगी और 5 प्रतिशत सरकारी स्कूलों के बच्चों को आरक्षण दिया जाएगा हम पर अंग्रेजी लाद दी गई, मध्यप्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में पढ़ाई जाएगी। आने वाले समय़ में मेडिकल में हिंदी की सीटें भी रिजर्व करने की योजना बनाएंगे।

भोपाल में सिंगापुर की तर्ज पर स्किल ग्लोबल पार्क बना रहे हैं, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सागर में भी ग्लोबल स्किल पार्क बनाएंगे, जिससे गुणवत्तापूर्ण व्यवसायिक शिक्षा हमारे युवाओं को मिल सके।रोजगार के लिए सरकारी नौकरियां, इस साल 1 लाख 24 हजार पदों पर हम भर्तियां कर रहे हैं। 50 हजार भर्तियां हो गई हैं।

निवेश से रोजगार

अभी इंवेस्टर समिट हुआ था जिसमें 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ का निवेश आया, उससे 29 लाख नये रोजगार सृजित होंगे। जिनकी पढ़ाई पूरी हो गई है, उनके लिए हमने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना बनाई है, 1 लाख से 50 लाख तक लोन बैंक देगा, उसकी गारंटी सरकार लेगी। सब्सिडी भी सरकार देगी। हम महीने एक दिन रोजगार दिवस होता है उसमें ढाई लाख बच्चों को लोन सेंशन होता है। कई बच्चे बेरोजगारी से परेशान हैं। कुछ विपक्ष के लोग कहते हैं रोजगारी भत्ता दे दो, कुछ राज्यों की मैंने नीति देखी ऐसे नियम लगा देते हैं जिससे सबको भत्ता न मिल सके। बेरोजगारी भत्ता कुछ राजनीति दलों की बेईमानी है। चिड़िया अपने बच्चों को हौंसला नहीं देती पंख देती है। मध्यप्रदेश सरकार जितने भी बेरोजगार बेटी-बेटी हैं, 12वीं के बाद व इसके अलावा भी जिन्हें लगता है कुछ तो सहारा मिल जाये। उनके लिए मैं योजना की घोषणा कर रहा हूं मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना।।हमने यह तय किया है कि अलग-अलग उद्योग में, सर्विस सेक्टर में, चार्टेड अकाउंटेड, ट्रेड, इंडस्ट्री, तकनीकि सेक्टर में हम युवाओं को ट्रेनिंग दिलाने का काम करेंगे, और ट्रेनिंग के दौरान उन्हें 8 हजार रुपए महीना दिया जाएगा।इनके इंजीनियरिंग, मेनेजमेंट, अस्पताल, अस्पताल, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, चार्टेड अकाउंटेड, मीडिय-कला, कानून-विधि के क्षेत्र में।।बेरोजगारी भत्ते से काम नहीं चलता हम एक पोर्टल बनाएंगे। हम बच्चों को वो सिखाएंगे जिसकी इंडस्ट्री को जरूरत होगी। जब वो सिखाएंगे तो हम कम से कम 8000 रुपए तो देंगे, कंपनी अलग से पैसा देगी।।8000 रुपए मिलेंगे, लेकिन यह काम सीखने के मिलेंगे, हमारी कोशिश होगी कि उसे वहीं या अन्य जगह नौकरी मिल जाये, जिससे उसे भठकना न पड़े। 1 जून से हम इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू कर देंगे। हम उन संस्थानों का नाम भी डालेंगे जिन्हें जॉब देना है। ।सरकार और कंपनी के पैसे से इतनी तो व्यवस्था हो जाएगी कि वो अपना काम चला सकेगा। बाद में उसे परमानेंट जॉब मिल जाएगी। इसमें कोई सीमा नहीं है, हमने इस बजट में 1 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। 1 लाख को देना पड़े तो एक लाख को दूंगा, दो या तीन लाख को भी देना पड़े तो उनको भी यह 8000 रुपए देंगे।

प्रमुख घोषणाएं

हम खैरात नहीं चाहते, हम काम करके कमाएंगे। यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है। जो हम मध्यप्रदेश की धरती पर करेंगे।
-मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना हम बना रहे हैं। लर्न एंड अर्न के अंतर्गत युवाओं को 8000 रुपए कम से कम दिए जायेंगे

-1 जून से रजिस्ट्रेशन और 1 जुलाई से पैसा मिलना शुरू हो जाएगा।
-युवा आयोग का पुनर्गठन किया जाएगा। 5 अप्रैल तक कर दिया जाएगा। जो युवाओं की समस्या सुनेगा।
-अगले साल जो बजट आएगा उसमें युवा बजट अलग से आएगा।
-इस साल 750 करोड़ का बजट है खेल विभाग का।
-मध्यप्रदेश में खेली एमपी यूथ गेम आयोजित किये जाएंगे।
-योग की शिक्षा शुरू करेंगे, हर गांव में खेल का मैदान बनाया जाएगा।
-मुझे लगता है कि हम कई भाषाएं सीखकर नौकरी पा सकते हैं। यदि बच्चे अलग-अलग भाषाएं सीखना चाहते हैं तो उसकी भी व्यवस्था करेंगे।इंक्यूबेशन सेंटर खोले जाएंगे।
-1000 करोड़ की लागत से स्टूडेंट इनोवेशन फंड बनाया जाएगा।
-जिला स्तर पर विवेकानंद युवा संसाधन केन्द्र शुरू करेंगे।
-ट्राइबल म्यूजियम की अवधि पर हमारे कलाकारों को मानदेय
-अब केवल वन टाइम ही परीक्षा शुल्क देना होगा। अलग-अलग परीक्षा के लिए शुल्क देने की जरूरत नहीं होगी।
-अगर इंटरव्यू के लिए दिल्ली जाना पड़ेगा तो उन बच्चों को मध्यप्रदेश भवन में निशुल्क रहने की व्यवस्था की जाएगी।
-मां तुझे प्रणाम योजना के तहत यात्राओं का आयोजन किया जाएगा।

पेड़ लगाएं युवा

मैं रोज एक पेड़ लगाता हूं, तो आप सबको भी अपने जन्मदिन पर पेड़ लगाना चाहिए। पर्यावरण बचाने के लिए हम अलग-अलग काम कर सकते हैं।  मेंटल हेल्थ ठीक रहे, इसके लिए योगा की जरूरत है।

नशे के कारोबारियों को तबाह और बर्बाद करने की जरूरत है। 1 अप्रैल से दारू के अहाते बंद कर दिये जाएंगे। और बाहर भी कोई पार्क और सड़क पर नहीं पिएगा, पीकर गाड़ी चलाई तो फिर पुलिस से डंडे बजवाउंगा। जितने भी ड्रग्स और नशे के कारोबारों हैं उनके भी बुलडोजर चलेंगे। यह नशे के कारोबारी पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं।आप सभी मोबाइल में हीं नहीं, खेल के मैदानों में भी खेलो।  मध्यप्रदेश को ऊंची उड़ान देने, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, मध्यप्रदेश के साथ चलेंगे।

राहुल गांधी को 2 साल की जेल की सजा

नई दिल्ली, ब्यूरो। भाजपा विधायक व गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि राहुल ने मोदी उपनाम के खिलाफ गलत टिप्पणी से समूचे मोदी समुदाय का मान घटाया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से 2019 में मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी के मामले में आज सूरत की अदालत ने फैसला सुना दिया। कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी करार दिया है। कोर्ट थोड़ी देर में उनकी सजा का एलान भी करेगी।
दरअसल, राहुल पर मोदी उपनाम पर टिप्पणी करने के लिए आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज है। इस मामले में आज ही फैसला आने की उम्मीद है। इसके मद्देनजर राहुल गुरुवार सुबह ही सूरत रवाना हो गए।

आज यूथ महापंचायत कार्यक्रम में युवा पोर्टल और युवा नीति होगी लांच

राज्य युवा पुरस्कार विजेताओं का किया जाएगा सम्मान

युवा अचीवर्स अपने महत्वपूर्ण अनुभव करेंगे सांझा

15000 से अधिक युवा हितग्राही, विभिन्न क्षेत्रों के यंग अचीवर्स, विद्यार्थी और यंग प्रोफेशनल्स शामिल होंगे

10 लाख युवा ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम में शामिल होंगे

My gov पोर्टल पर 10000 से अधिक युवाओं ने दिए हैं सुझाव

पिछले साल चंद्रशेखर आज़ाद जी के जयंती पर युवाओं ने दिए थे युवा नीति बनाने के सुझाव

युवा नीति बनने विभिन्न संगठनों के युवाओं ने दिए हैं सुझाव

मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में होगी यूथ महापंचायत

कार्यक्रम में मंच पर उपस्थित यूथ आइकॉन

  1. मेघदीप बोस
  2. विवेक सागर
  3. अनुभव दुबे
  4. प्रियांशी प्रजापति
  5. प्रतीक संचेती
  6. मयंक प्रताप सिंह
  7. नरेंद्र सेन

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China and Russia joined hands against America strategy to shock joe Biden here | अमेरिका के खिलाफ चीन और रूस ने मिलाया हाथ, बाइडेन को यहां झटका देने की है रणनीति


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why MedLinks clinics are best, MedLinks में क्या खास है, जो उसे भारत के सबसे चर्चित हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक्स में से एक बनाता है? इस पर MedLinks clinic के फाउंडर डॉक्टर गौरांग कृष्णा ने विस्तार से की चर्चा – doctor gaurang krishna shares why medlinks clinics are one of the most sought after hair transplant clinics in india


लंबी-घनी जुल्फें भला किसे पसंद नहीं आतीं? इसीलिए तो जब भी बाल झड़ना शुरू होते हैं, तो ये बड़ी चिंता का विषय बन जाता है। ऐसा हो भी क्यों ना? आखिरकार बाल व्यक्ति की पहचान और व्यक्तित्व का अहम हिस्सा जो होते हैं। लोगों की इस चिंता का फायदा उठाते हुए आजकल हर गली-नुक्कड़ में ट्रांसप्लांट क्लिनिक खुलने लगे हैं। कई लोग फर्जी क्लिनिक के चक्कर में फंस जाते हैं, जो बाद में उनके लिए मुश्किल को सबब बन जाता है। यही वजह है कि ऐसा क्लिनिक चुनना अहम है, जो सर्जरी के नाम पर सिर्फ बड़ी राशि न वसूले, बल्कि जो भरोसेमंद व विश्वसनीय हो और अपने मरीजों को पूरी प्रक्रिया समझने में मदद करे।

प्रसिद्ध हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन और त्वचा विशेषज्ञ डॉ. गौरांग कृष्णा द्वारा स्थापित मेडलिंक्स हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक ऐसा क्लिनिक है, जो हमेशा ही अपनी सभी सर्जरी से बेहतरीन परिणाम देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। मेडलिंक्स उचित कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाले परिणामों में विश्वास रखता है। यही वजह है कि इस क्लिनीक के साथ कई ऐसे ग्राहक जुड़े हैं, जो बेहद प्रसिद्ध हैं। इन चर्चित नामों में वीरेंद्र सहवाग और गुलशन ग्रोवर भी शामिल हैं, जो मेडलिंक्स की विश्वसनीयता पर मुहर लगाते हैं। हमने डॉ गौरांग कृष्णा से बात की कि कैसे MedLinks अपने सभी मरीजों को ‘अच्छा दिखने’ में मदद करता है? साथ ही यहां ऐसे कौन से कौशल और तकनीक हैं, जो इसे दिल्ली में सबसे पसंदीदा हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक बनाते हैं?

सवाल 1: हेयर ट्रांसप्लांट इंडस्ट्री की मांग में पिछले कुछ समय से उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। आपके मुताबिक वो कौन से कारक हैं, जिनके कारण ये विकास दर्ज हुआ है?
पुरुषों और महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या काफी बढ़ गई है। शहरी जीवनशैली के चलते हम अब पहले के मुकाबले ज्यादा कम उम्र में बाल खोने लगे हैं। पहले जहां पुरुषों में 50 की उम्र के बाद बालों के झड़ने की समस्या देखी जाती थी, तो वहीं अब 20 व उससे बड़ी उम्र के लड़के भी इस परेशानी का सामना करने लगे हैं। सामाजिक और साथियों के दबाव के कारण, इस परेशानी को दूर करने की मांग में भी तेजी दर्ज की गई है। लोगों को अब ये एहसास होने लगा है कि बालों के झड़ने का उपचार सुरक्षित है, और इसके परिणाम भी अधिकांश समय, संतोषजनक होते हैं। पांच साल पहले तक स्थितियां ऐसी नहीं थी। तब इस तरह के उपचार को पूरी तरह से वर्जित माना जाता था। मरीजों को ये फैसला लेने में काफी समय लगता था कि वो इस ट्रीटमेंट को लें या न लें? साथ ही वो इसके साइड इफेक्ट्स और दर्द आदि को लेकर भी चिंतित रहते थे। हालांकि, अब जागरूकता बढ़ने के चलते, फैमिली या फ्रेंड्स ग्रुप में एक व्यक्ति तो ऐसा मिल ही जाता है, जिसने ट्रांसप्लांट करवाया हो। इसके कारण एक ओर लोगों की सोच काफी खुली है, तो दूसरी ओर पूरी प्रक्रिया की लागत भी कम हुई है। वहीं, कोविड के बाद तेजी से बढ़े हेयर फॉल के मामले भी ट्रांसप्लांट उद्योग के विकास में तेजी की अहम वजहों में से एक हैं।

सवाल 2: मेडलिंक्स देश भर के अन्य हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिकों से कितना अलग है? ऐसा क्या है जो इसे खास बनाता है?
मेडलिंक्स हेयर ट्रांसप्लांट इंडस्ट्री के लीडर्स में से एक है। हमारे पास Perfect-I नाम की अपनी खुद की तकनीक है, जो परमानेंट और रियल-टाइम फॉलिक्युलर एक्सट्रैक्शन एंड इम्प्लांटेशन के लिए है। इस तकनीक के काफी सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। हम किसी भी भारी इम्प्लांटर का उपयोग नहीं करते हैं। यही कारण है कि हमारे मरीजों को अन्य क्लिनिकों की तुलना में 20% बेहतर परिणाम मिलते हैं। हमारे सभी डॉक्टरों को इस क्षेत्र में काफी अनुभव है। मैं खुद हेयर ट्रांसप्लांट का 12 साल का अनुभव रखता हूं। हम मेडलिंक्स को भारत और संभवत: एशिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए उम्दा बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी के साथ एक्सपर्ट्स की विशेषज्ञता को जोड़ते हैं, जो बेस्ट रिजल्ट देने में मदद करता है। इसके साथ ही हमारी नैतिकता भी हमें अलग खड़ा करती है। दूसरों से इतर हम रोगियों को पूरी प्रक्रिया व उसकी लागत के बारे में तथ्यों के साथ विस्तार से समझाते हैं। हमारे काम में जुनून शामिल है। उच्च गुणवत्ता और उचित लागत मेडलिंक्स को अन्य क्लिनिकों से अलग बनाती है।

सवाल 3: ये एक आम धारणा है कि हेयर ट्रांसप्लांट काफी महंगा होता है। MedLinks इसे आम व्यक्ति के लिए अधिक सुलभ कैसे बना रही है?
पिछले पांच वर्षों में हेयर ट्रांसप्लांट उद्योग में क्रांति आई है। पहले बहुत से मरीज इस उपचार के लिए नहीं जाते थे और विश्वसनीय क्लिनिक्स की भी कमी थी। पूरी प्रक्रिया को दो दिन तक लग जाते थे, इसलिए खर्चा भी काफी ज्यादा होता था। इसके साथ ही कई ऐसे क्लिनिक्स थे, जिन्होंने मरीजों को बेहद खराब रिजल्ट दिए। लेकिन अब इस क्षेत्र में बढ़ती विशेषज्ञता के साथ ही प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, जिससे लागत कम हो गई है। पहले सर्जरी में 10 घंटे लगते थे; अब, हम इसे 4- 4.5 घंटे में कर लेते हैं। आज भी जब आप अच्छे सर्जनों से गुणवत्तापूर्ण उपचार करवाने का विकल्प चुनते हैं, तो लागत अधिक ही पड़ती है। हालांकि, मेडलिंक्स में, हमारे पास डॉक्टरों की एक ऐसी टीम है जो मेरे मार्गदर्शन में उच्च गुणवत्ता वाले प्रत्यारोपण करती है। हमारे यहां पूरी प्रक्रिया को ऐसा बनाया गया है, जिसका लोग खर्चा उठा सकें। मरीज यहां पर अब ईएमआई के माध्यम से भी भुगतान कर सकते हैं।

BEFORE-&-AFTER

सवाल 4: वर्तमान में आपके क्लिनिक में उपयोग की जा रही नई प्रत्यारोपण तकनीकें कौन सी हैं?
हम ‘परफेक्ट-आई’ तकनीक का उपयोग करते हैं, जिसका अर्थ है – परमानेंट और रियल-टाइम फॉलिक्युलर एक्सट्रैक्शन एंड इम्प्लांटेशन। इस तकनीक को हमने खुद डेवलप किया है। हमारे पास Fut (फॉलिक्यूलर यूनिट ट्रांसप्लांट या स्ट्रिप सर्जरी) और Fue (फॉलिक्यूलर यूनिट एक्सिशन) के लिए सुविधाएं और उन्नत उपकरण भी मौजूद हैं।

हेयर ट्रांसप्लांट में स्कैल्प या शरीर के पीछे वाले हिस्से से बालों को जड़ों से निकालकर उस जगह प्रत्यारोपित किया जाता है, जहां गंजापन आ गया है। धीरे-धीरे इन जड़ों से बाल उग आते हैं और गंजापन ढक जाता है। परफेक्ट-आई तकनीक की यूएसपी जीरो हेयर/ ग्राफ्ट वेस्टेज है, जिससे शरीर के बाहर बाल इकट्ठा नहीं करने पड़ते। इस प्रक्रिया में जैसे-जैसे बाल निकाले जाते हैं, वैसे-वैसे उन्हें इम्प्लांट कर दिया जाता है। इसके लिए दर्दभरे टूल्स जैसे इम्प्लांटिंग पेन्स का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता है। ये प्रोसेस बिना साइड इफेक्ट के अच्छी ग्रोथ और नैचरल दिखने वाली हेयरलाइन देता है।

सवाल 5: कई मशहूर हस्तियां MedLinks से जुड़ी हैं और आपके क्लिनिक की तारीफ करते हुए उनका प्रचार करती दिखी हैं। हमें बताएं कि कैसे MedLinks ने गुलशन ग्रोवर और वीरेंद्र सहवाग की मदद की?
मेडलिंक्स देश में सबसे ज्यादा चर्चित हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक है। हम सुनिश्चित करते हैं कि मशहूर हस्तियों सहित हमारे सभी मरीजों को सबसे अच्छा इलाज मिले। बॉलीवुड और हॉलीवुड की हस्तियां हेयर ट्रांसप्लांट के लिए हमारे पास आती हैं। हमारे प्रोफेशन में माना जाता है कि, पहला मौका सबसे अच्छा मौका होता है। वीरेंद्र सहवाग, गुलशन ग्रोवर जैसी नामी हस्तियां, जिन्हें कैमरे पर अच्छा दिखने की जरूरत है, अपना इलाज कराने के लिए सही क्लिनिक की तलाश कर रहे थे। जब उनके दोस्तों ने हमारे बारे में उन्हें बताया, तो उन्होंने हमारे साथ चांस लिया। सात महीने के इलाज के बाद, परिणाम दिखने लगे, और वे बहुत खुश थे। हालांकि उनकी सर्जरी आसान नहीं थी, फिर भी हमने गलतियों के लिए कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी।

MedLinks दिल्ली में स्थित है और जल्द ही प्रमुख भारतीय शहरों में खुलेगा। इसकी एक ब्रांच दुबई भी ओपन की जाएगी। अधिक जानकारी पाने के लिए यहां क्लिक करें

Disclaimer: यह लेख मेडलिंक्स की ओर से टाइम्स इंटरनेट की स्पॉटलाइट टीम द्वारा तैयार किया गया है।



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