उज्जैन। संभाग भर के कई स्थानों से नाबालिक बच्चे दंडी आश्रम में आए तो कर्मकांड और वेद पाठ सीखने थे लेकिन यहां के आचार्यो ने उन्हें पंडिताई सीखाने की बजाय उनका यौन शोषण कर दिया। तीन नाबालिक बच्चों को द्वारा दिए गए आवेदन के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आचार्यो के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी जिसमें एक आचार्य गिरफ्त में आ चुका है जबकि एक की तलाश जा रही है। इस मामले में भले ही पुलिस अभी चुप हो लेकिन कल 19 नाबालिग का यौन शोषण किए जाने के बात सामने आ रही है।
बड़नगर रोड स्थित दांडी आश्रम में पंडिताई की शिक्षा ग्रहण करने वाले तीन नाबालिग किशोरों के साथ यौन शोषण और अनैतिक कृत्य का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आश्रम के ही दो आचार्य ने इन किशोरों के साथ यौन शोषण और अनैतिक कृत्य किया। मामले में महाकाल थाना पुलिस ने एक आरोपी आचार्य को हिरासत में ले लिया है, जबकि दूसरा आरोपी आचार्य फरार है। महाकाल थान प्रभारी अजय वर्मा ने बताया कि बड़नगर रोड स्थित दांडी आश्रम में पंडिताई की शिक्षा ग्रहण करने वाले देवास, मंदसौर और राजगढ़ जिले के तीन नाबालिग किशोर ने आश्रम के अजय आचार्य और राहुल आचार्य के खिलाफ यौन शोषण और अनैतिक- कृत्य की शिकायत दर्ज कराई है।
राजगढ़ – जिले के 14 वर्षीय किशोर की शिकायत पर पुलिस ने आश्रम के अजय आचार्य के खिलाफ लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा 7, 8, 9पी और 10 के तहत प्रकरण दर्ज किया। वहीं देवास जिले के 12 वर्षीय नाबालिग किशोर की शिकायत पर अजय आचार्य के खिलाफ लैंगिक अधिनियम की धारा 11 एवं 12 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। इसके अलावा मंदसौर जिले के 14 वर्षीय नाबालिग की शिकायत पर आश्रम के राहुल आचार्य के खिलाफ धारा 377, 506 और लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धारा 3, 4(2), 58, 6 के तहत प्रकरण दर्ज कर किया गया है। पुलिस ने राहुल आचार्य को हिरासत में ले लिया है, जबकि नाबालिग किशोरों द्वारा शिकायत किए जाने के बाद अजय आचार्य को 15 दिन पहले आश्रम से भगा दिया गया, जो अब फरार है। लगभग 19 बच्चे हुए हैवानियत का शिकारपुलिस भले इस मामले में अभी सिर्फ तीन नाबालिग की शिकायत पर कार्रवाई होना बता रही हो लेकिन सोर्स बताते हैं कि आश्रम मे अध्ययनरत राजगढ़, मंदसौर और देवास जिले के 19 नाबालिग ऐसे है जो कि पिछले कई दिनों से आश्रम के अजय आचार्य और राहुल आचार्य के द्वारा किए जाने वाले यौन शोषण का शिकार हो रहे थे। दोनों आचार्य नाबालिगों को अपने कमरे में अकेले बुलाकर उनके साथ यौन संबंध बनाने के लिए दबाव बनाकर गलत काम करते थे। बताया जाता है कि तीनों पीड़ित नाबालिग किशोरों ने पुलिस को यह भी बताया कि आश्रम के लगभग 19 नाबालिग किशोरों के साथ अजय आचार्य और राहुल आचार्य ने यौन शोषण किया है।