परमाणु ऊर्जा से जुड़े ‘द सस्टेनेबल हार्नेसिंग एंड एडवांसमेंट ऑफ न्यूक्लियर एनर्जी फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया बिल 2025’, जिसे शांति विधेयक 2025 कहा जा रहा है, संसद से पारित हो गया है। यह विधेयक राज्यसभा से मंजूरी मिलने के साथ ही पारित माना गया। इससे पहले 17 दिसंबर को लोकसभा ने इसे स्वीकृति दी थी।इस विधेयक के पारित होने से देश के सिविल परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में निजी कंपनियों की भागीदारी का मार्ग प्रशस्त होगा। सरकार का कहना है कि इससे परमाणु ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और स्वच्छ व टिकाऊ ऊर्जा के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। अब राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह विधेयक कानून का रूप ले लेगा।
संसद से पारित हुआ ‘शांति विधेयक 2025’, परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में निजी भागीदारी का रास्ता साफ


