Wednesday, June 25, 2025
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पीतांबरा शक्तिपीठ : अनुष्ठान से मिलता है सत्ता सुख, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री ने मांगी ‘मन्नत’

भोपाल। आज नवदुर्गा का आखिरी दिन है। पूरा देश महानवमी उत्सव मना रहा है। ऐसे में पूरे देश में प्रसिद्ध दतिया में मां पीतांबरा पीठ (Pitambara Peeth) में लाखों की संख्या में भक्त उमड़े। देवी मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालु माँ बगलामुखी देवी के दर्शन तो कर ही रहे हैं साथ ही साथ पीठ द्वारा आयोजित हवन में शामिल होकर आहुति भी दे रहे हैं। इसी श्रृंखला में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje Scindia) ने भी माँ पीताम्बरा मंदिर में कल रात को मंदिर पर ही पूजा अर्चना की। रात विश्राम करने के बाद आज सोमवार को वे एक अनुष्ठान में शामिल हुईं। आज सुबह माँ बगलामुखी पीठ के सामने आयोजित मंदिर के मुख्य हवन कुंड में आहुति दीं। आपको बता दें कि मंदिर में आज लगभग एक लाख श्रद्धालु पहुंचे हैं। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री के साथ ही मध्य प्रदेश के दतिया से भाजपा प्रत्याशी और गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी देवी के दर्शन किए और वनखंडेश्वर महादेव का जल अभिषेक किया। उन्होंने वसुंधरा राजे से मुलाकात भी की। आपको बता दें कि राजस्थान में हो रहे विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे सिंधिया को उनके वर्तमान विधान सभा सीट झालरापाटन से ही चुनावी मैदान में उतारा है। भाजपा की वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया प्रदेश की झालरापाटन विधान सभा से वर्ष 2003, 2008, 2013 और 2018 में लगातार चार बार चुनाव जीत चुकी हैं।

Vasundhara Raje Scindia in Pitambara Peeth Datia MP


कहां है पीतांबरा शक्तिपीठ
आपको बता दें कि मां पीतांबरा देवी तांत्रिक शक्तिपीठ है। यह मध्य प्रदेश के दतिया जिले में स्थित है। यह ऐसी पीठ है, जहां देश के शीर्ष नेता हों या व्यवसायी, सभी यहां आकर अपना सिर झुकाकर अनुष्ठान करवाते हैं। कहा जाता है ऐसा करने से देवी अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं।

Narottam Mishra in Pitambara Peeth


मिलता है सत्ता सुख
मान्यता है कि दतिया जिले में स्थित मां पीतांबरा को राजसत्ता की देवी हैं। इसी रूप में भक्त उनकी आराधना करते हैं। राजसत्ता की कामना रखने वाले भक्त यहां आकर गुप्त पूजा अर्चना करते हैं। माना जाता है कि इस स्थान पर आने वाले की मुराद जरूर पूरी होती है, उन्हे राजसत्ता का सुख जरूर मिलता है। व्यक्तिगत अनुष्ठान के दौरान इस परिवार के लोग मंदिर परिसर में रुकते हैं। कई वर्ष पहले राजमाता विजयाराजे नवरात्र के दौरान पूरे नौ दिन साधना करती थीं।
यह नेता भी टेक चुके माथा
बताया जाता है कि इस सिद्धपीठ की स्थापना 1935 में की गई। यहां पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी या अटल बिहारी वाजपेयी हो या फिर राजमाता विजयाराजे सिंधिया सहित कई नेता पूजा—अर्चना कर चुके हैं। माधवराव सिंधिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह, उमा भारती, वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मां पीतांबरा शक्ति बगलामुखी की कृपा से राजनीति की ऊंचाइयों के शिखर को छुआ है।

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