भोपाल/नई दिल्ली: कांग्रेस नेताओं के हालिया बयानों ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है, जिस पर केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कड़ा पलटवार किया है। जयराम रमेश के पहलगाम हमले के आतंकियों की तुलना सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सांसदों से करने और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के राहुल गांधी को लेकर दिए गए पीओके संबंधी बयान पर डॉ. कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
जयराम रमेश के ‘विवादित’ बयान पर वीरेंद्र कुमार का पलटवार
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पहलगाम हमले के आतंकवादियों की तुलना विदेश दौरे पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सांसदों से करके एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इस पर केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में कहा, “यह देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि देश के विपक्षी सांसद भी एकजुटता के साथ देश के लिए और भारत के लिए दुनिया के बाकी देशों के सामने अपना पक्ष रखने के लिए ‘देश प्रथम, राष्ट्र प्रथम’ की भावना के साथ आगे आए हैं। 10 से 15 दिनों की विदेश यात्रा कर अनेक देशों में जाकर हमारे देश के पक्ष को दुनिया में रखने का काम किया जा रहा है।”डॉ. कुमार ने जोर देकर कहा कि किस तरह हमारा पड़ोसी राष्ट्र धर्म को भूलकर आतंकवाद के प्रशिक्षण कैंपों के माध्यम से लगातार उकसाने वाली घटनाओं को आगे बढ़ाता रहता है, और उसके परिणामस्वरूप विगत दिनों हमारे देश के निर्दोष नागरिकों की पहलगाम में हत्या की गई। उन्होंने कहा कि युद्ध का स्वरूप बदल चुका है और अब यह टैंक और बंदूक का युग नहीं रहा, बल्कि मिसाइलों और ड्रोन का युद्ध आ गया है। उन्होंने भारतीय सेना की शौर्य और पराक्रम की सराहना करते हुए कहा, “हमारे देश की सेनाओं ने दुश्मनों की मिसाइलों को वैसे ही हवा में नष्ट कर यह बता दिया कि हमारा देश हर तरीके का मुकाबला करके उनका जवाब देने में सक्षम है। पूरे देश की जनता ने, सभी राजनीतिक दलों ने गर्व के साथ इस बात को अनुभव भी किया है, स्वीकार भी किया है, और सभी राजनीतिक दलों के सांसदगण देश के लिए एकता के साथ में भारत माता के लिए विदेश में हमारे देश का एक गौरवशाली पक्ष रखने के लिए गए हैं।
“रेवंत रेड्डी के ‘पीओके’ बयान पर भी साधा निशाना
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के इस बयान पर कि ‘अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते तो पीओके वापस ले लेते’, डॉ. वीरेंद्र कुमार ने पलटवार करते हुए कहा, “इतने साल तो राज करते रहे। कैलाश मानसरोवर किसके समय गया? कैलाश मानसरोवर 1962 के युद्ध में चला गया, उस समय किसकी सरकार थी? आज पीओके जब गया, तब किसने समझौता करके पीओके को छोड़ा? समझौता क्यों किया, उस समय पीओके को क्यों जाने दिया गया?”डॉ. कुमार ने रेवंत रेड्डी के बयान को ‘हवाई बातें’ करार देते हुए कहा, “इस तरह की हवाई बातें करना अलग बात है और देश के लिए विकास भी करना और शत्रु के साथ लड़कर देश की रक्षा करना ये दोनों पृथक बातें हैं।”केंद्रीय मंत्री के इन बयानों से स्पष्ट है कि आगामी दिनों में इन मुद्दों पर राजनीतिक घमासान और तेज होने की संभावना है।


