- पहली बार ऐसा हो गया है कि कोरोना के कारण श्रीराम भी लक्ष्मण रेखा में आ गए हैं
- मंदिर के पुजारी पंडित अभिषेक शर्मा ने बताया कि मंदिर में 5 लोगों की मौजूदगी में आरती होगी
दैनिक भास्कर
Apr 02, 2020, 02:56 AM IST
धमतरी. आज रामनवमी है। इस बार कोरोना रोकने लगाए गए प्रतिबंधों का असर इस त्योहार पर भी है। प्रदेशभर में धमतरी की शोभायात्रा सबसे बड़ी मानी जाती है। जो इस बार नहीं निकाली जाएगी। शहर के एक मात्र किला हनुमान मंदिर में सुबह से देर रात तक होने वाले कार्यक्रम इस बार नहीं होंगे। पहली बार ऐसा हो गया है कि कोरोना के कारण श्रीराम भी लक्ष्मण रेखा में आ गए हैं। मंदिर के पुजारी पंडित अभिषेक शर्मा ने बताया कि मंदिर में 5 लोगों की मौजूदगी में आरती होगी। दीपक जलाए जाएंगे।
- राम जन्मोत्सव के एक दिन पहले शहर में शाम को बाइक रैली निकलती थी। इसमें शहर के करीब 500 से अधिक युवा शामिल होते थे।
- रामनवमी पर दोपहर 3.15 बजे सिद्धेश्वर महाकालेश्वर मंदिर बनियापारा में भगवान श्रीराम का अभिषेक श्रृंगार किया जाता। तिलक संस्कार के बाद महाआरती होती। शहर में शोभायात्रा निकलती थी। मुख्य मार्गों से होते हुए देवी मां विंध्यवासिनी मंदिर में शृंगार चढ़ाने के साथ समाप्त होती थी।
- शोभायात्रा में करीब 20 हजार से अधिक लोग शामिल होते थे। रास्तेभर अलग-अलग समाज, संगठनों द्वारा स्वागत किया जाता। युवा भगवान श्रीराम के जयकारे लगाते हुए झूमते रहते थे। शोभायात्रा में झांकियां निकलतीं थी। यह शोभायात्रा करीब 1 किमी लंबी होती थी। ढाई किमी की दूरी 8 घंटे में में पूरी होती थी।
- इतवारी बाजार स्थित किले के श्रीराम मंदिर में सुबह से देर-रात तक भजन-कीर्तन होता था। मंदिर को गुब्बारे, तोरण से सजाया जाता था। अलग-अलग मंडल दिनभर मौजूद रहते थे।
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