राजगढ़, मध्य प्रदेश – राजगढ़ जिला मुख्यालय पर बन रहे मेडिकल कॉलेज में मजदूरों की सुरक्षा पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठे हैं। पिछले दो महीने में यह दूसरा बड़ा हादसा है, जिसमें एक मजदूर बुरी तरह झुलस गया है। कोलकाता निवासी चंदन पिता अशोकजना (उम्र 25) नामक यह मजदूर हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गया, जिससे उसके शरीर का 70% हिस्सा जल गया है, जिसमें उसके प्राइवेट पार्ट भी शामिल हैं।
घटना उस समय हुई जब चंदन सरिये खड़े कर रहा था। तभी ऊपर से गुजर रही हाई टेंशन लाइन से उसका संपर्क हो गया। उसके साथी गोपाल ने बताया कि अचानक एक जोरदार आवाज आई और चंदन को बुरी तरह से झुलसते देखा, उसके शरीर से धुआं निकल रहा था। घटना के तुरंत बाद उसे राजगढ़ के जिला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है।
जिला अस्पताल के डॉ. राजेंद्र कटारिया ने बताया कि मजदूर 70% तक झुलस गया है और उसके प्राइवेट पार्ट भी जल गए हैं। प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर किया जाएगा।
इस घटना के बाद जब मीडिया टीम मौके पर पहुंची तो उन्हें मेडिकल कॉलेज के गेट पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड गजराज सिंह ने अंदर जाने से रोक दिया। गार्ड का कहना था कि अधिकारियों के निर्देश पर मीडिया की एंट्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है, जिससे निर्माण स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था और हालात को लेकर संदेह पैदा हो रहा है।
गौरतलब है कि इसी निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में 11 जून को भी एक क्रेन का तार टूटने से एक मजदूर की मौत हो गई थी। दो महीने के भीतर यह दूसरी घटना है, जो मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करती है।