रियादः सऊदी अरब में लोगों ने सोना, ज्वैलरी, गाड़ियां और अन्य महंगे कीमती सामान खरीदने के लिए लाइन लगा रखी है. कोरोना वायरस के चलते वहां की सरकार ने वैट में तीन गुणा बढ़ोतरी करने की घोषणा कर दी थी, जिसको 1 जुलाई से पूरे देश में लागू भी कर दिया गया है. वैट बचाने के लिए लोगों ने 30 जून तक लाइन में लगकर जमकर इन वस्तुओं की खरीदारी की है. सरकार ने इसी साल मई में वैट में तीन गुना बढ़ोतरी करने की घोषणा की थी. सऊदी अरब की सरकारी न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक वैट की दर पांच फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दी गई है. कोरोना वायरस और कच्चे तेल की लगातार घटती कीमतों के बीच सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत सुधारने के लिए वैट को बढ़ा दिया है.
इसके साथ ही सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाला कॉस्ट ऑफ लिविंग अलाउंस भी रोक दिया है ताकि वित्तीय घाटे को कम किया जा सके. तेल के धनी सऊदी को कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में लागू किए गए लॉकडाउन के बाद तेल की गिरी हुई कीमतों के कारण काफी नुकसान झेलना पड़ा.
सऊदी अरब ने दो साल पहले ही वैट लागू किया था. इसे लागू करने के पीछे मंशा थी कि देश दुनियाभर के कच्चे तेल के बाजारों पर अपनी निर्भरता को कम करे.
सऊदी अरब के दुकानदारों, मॉल्स, सुपरमार्केट और कुछ कार डीलरशिप ने स्टॉक जमा कर लिया है. बता दें कि सऊदी में कोरोना वायरस के कारण लगाए गए कई हफ्तों के लॉकडाउन (Lockdown) और पाबंदियों के बाद अब कारोबारी गतिविधियां पटरी पर लौट रही हैं.
हज यात्रा पर रोक के कारण आर्थिक नुकसान
कोरोना वायरस के कारण हज यात्रा पर भी रोक लगानी पड़ी. इस वजह से सऊदी अरब को काफी आर्थिक नुकसान हुआ. इस बार सऊदी में हज यात्रा जुलाई के आखिर में शुरू हो रही है. माना जा रहा है कि इस बार यात्रियों की संख्या काफी सीमित रहेगी. अधिकारियों के मुताबिक, इस बार करीब 1,000 लोगों को ही मक्का जाने की मंजूरी दी जाएगी.
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