- उज्जैन की शासकीय जीवाजी वेधशाला में दिखी खगोलीय घटना
- वर्ष 2023 का सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात आज
उज्जैन। बड़े बुजुर्ग कहते थे कि परछाई कभी भी इंसान का साथ नहीं छोड़ती। मगर यह बात उज्जैन में गलत साबित हो गई। सिर्फ एक साल ही नहीं, यहां हर साल एक दिन ऐसा आता हैं, जब इंसान की परछाई भी उसका साथ छोड़ देती है। गुरुवार को जैसे ही दोपहर में 12 बजकर 28 मिनट हुए, परछाईं गायब हो गई।
धार्मिक नगरी उज्जैन में आज साये ने साथ छोड़ दिया। इस नज़ारे को देखने के लिए खगोल शास्त्री सहित कई लोग एकत्रित हुए। उज्जैन की शासकीय जीवाजी वेधशाला में दोपहर 12.28 पर सूर्य की किरणें लंबवत होने के कारण परछाई शून्य हो गई। वेधशाला में इस घटना को शंकु यंत्र के माध्यम से देखा गया। साथ ही आज वह समय है जब दिन सबसे बड़ा और रात सबसे छोटी होगी।
उज्जैन में आज सूर्योदय सुबह 5.42 मिनट पर हुआ और सूर्यास्त 7.16 मिनट पर होगा। इस प्रकार दिन सबसे बड़ा 13 घंटे 34 मिनट तथा रात 10 घंटे 26 मिनट की होगी।।दरअसल उज्जैन में इस प्रकार की घटना होने का प्रमुख कारण यह है की कर्क रेखा यहाँ से गुजरती है। पृथ्वी द्वारा सूर्य के चारों और परिभ्रमण के कारण सूर्य आज उत्तरी गोलार्द्ध में कर्क रेखा पर लम्बवत हुआ। इसी कारण ऐसी खगोलीय घटना हुई।