एक ऐसा रिकॉर्ड जो कोई टीम बनाना नहीं चाहेगी – क्रिकेट के 100 साल से भी अधिक के टेस्ट इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी टीम ने मैच में पांच शतक लगाने के बावजूद हार का सामना किया हो। यह बदनुमा दाग टीम इंडिया के माथे पर लग गया है, जिसने क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों को सकते में डाल दिया है।
यह अविश्वसनीय हार तब और भी चौंकाने वाली हो जाती है जब भारतीय टीम पहली पारी में मजबूत स्थिति में थी। मैच की पहली पारी में यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने शानदार शतक जड़कर टीम को एक विशाल स्कोर तक पहुंचाया। आमतौर पर, ऐसे बड़े स्कोर के बाद मैच में पकड़ मजबूत हो जाती है और जीत की राह आसान दिखती है।
लेकिन, दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाजों का जलवा बरकरार रहा। केएल राहुल और एक बार फिर ऋषभ पंत (दूसरा शतक) ने शतकीय पारियां खेलकर टीम को और मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। किसी भी टीम के लिए पांच शतक जड़ना एक असाधारण उपलब्धि होती है और यह अक्सर जीत की गारंटी मानी जाती है।
इसके बावजूद, भारतीय टीम का इस तरह से मैच हार जाना क्रिकेट जगत में कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। यह हार केवल बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर नहीं, बल्कि टीम की समग्र रणनीति, गेंदबाजों के प्रदर्शन और कप्तान के फैसलों पर भी संदेह पैदा करती है। एक मजबूत स्थिति से मैच गंवाने का यह परिणाम निश्चित रूप से टीम प्रबंधन और खिलाड़ियों के लिए आत्मचिंतन का विषय होगा। यह हार भारतीय क्रिकेट के लिए एक कड़वी याद बनकर रह जाएगी।


