Saturday, April 20, 2024
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सोशल डिस्टेंसिंग से हुई शिवराज के मंत्रियों की शपथ और कैबिनेट बैठक

फोटो स्टोरी : राजभवन में शपथ समारोह और मंत्रालय में बैठक

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती बनीं शपथ ग्रहण की साक्षी

भोपाल। शिवराज सिंह चौहान ने आज अपना 5 सदस्यीय मंत्रिमंडल बना लिया है। कैबिनेट में भाजपा के 3 और ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 2 नेता मंत्री बने हैं।

No2politics ने जो नाम बताए थे वही नेता बने मंत्री

राजभवन में कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पूरी एहतियात के साथ बारी-बारी से मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। सबसे पहले नरोत्तम मिश्रा ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। उनके बाद तुलसी सिलावट, कमल पटेल, गोविंद राजपूत और मीना सिंह को शपथ दिलाई गई।

कमल पटेल और मीना सिंह 2008 से 2013 के बीच शिवराज मंत्रिमंडल में रह चुके हैं। कमल पटेल पूर्व में राजस्व और चिकित्सा शिक्षा विभाग संभाल चुके हैं। मीना सिंह महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री रही हैं। तुलसी सिलावट कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। गोविंद राजपूत भी कांग्रेस सरकार में राजस्व और परिवहन विभाग संभाल चुके हैं। कैबिनेट के सबसे वरिष्ठ मंत्री नरोत्तम मिश्रा को कई विभागों का अनुभव है। वे पूर्व में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, जल संसाधन, जनसंपर्क, नगरीय प्रशासन जैसे विभागों के मंत्री रह चुके हैं।

शपथ ग्रहण के बाद ग्रुप फोटो

कैबिनेट बैठक में भी रही दूरी

शपथ के तुरंत बाद मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हुई। मंत्री और अधिकारी पर्याप्त दूरी बना कर इसमें शामिल हुए। मंत्रियों को विभाग शाम तक नहीं तो कल शाम तक दिए जाएंगे। उन्हें फिलहाल कोरोना कंट्रोल के लिए 2-2 संभाग की जिम्मेदारी दी जाएगी।

मंत्रालय में कैबिनेट बैठक

उमा भारती सहित चुनिंदा नेता रहे मौजूद

राजभवन के सभागार में हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंच पर थे। दर्शकों में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, पूर्व मंत्री संजय पाठक और विधायक मोहन यादव जैसे गिनती के नेता थे। सभी को दो-दो कुसी छोड़ कर बिठाया गया था।

शपथ समारोह में दर्शक और आमंत्रित नेता

पहली बार दो गैर विधायक बने मंत्री

शिवराज कैबिनेट में पहली बार दो ऐसे सदस्य हैं, जो विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। ये हैं तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत। कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे उन दोनों की विधानसभा सदस्यता पिछली कमलनाथ सरकार की सिफारिश पर तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने समाप्त कर दी थी। इससे पहले दिसंबर 2018 में कमलनाथ और 2006 में शिवराज सिंह विधानसभा सदस्य न होने के बावजूद मुख्यमंत्री बने थे और बाद में उपचुनाव जीते।

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