लंदन: ब्रिटेन ने एक बड़ा कदम उठाते हुए लंदन म्यूजियम के बाहर लगी हुई गुलामों की खरीद-फरोख्त करने वाले रॉबर्ट मिलिगन की प्रतिमा हटवा दी है. यह फैसला मंगलवार को किया गया.
लंदन के मेयर सादिक खान ने ट्वीट में कहा कि यह दुखद लेकिन सच है कि हमारी ज्यादातर वेल्थ (धन संपदा) स्लेव ट्रेड (गुलामों की खरीद और बिक्री) से आई है. लेकिन ऐसी चीजों को हम सार्वजनिक जगहों पर सेलिब्रेट करें, इसकी जरूरत नहीं है.
लंदन के मेयर ने इस बात की घोषणा करते हुए ट्विटर पर कहा कि आज रात वेस्ट इंडिया क्वे पर लगा हुआ स्लेव ट्रेडर रॉबर्ट मिलिगन का स्टेच्यू हटा दिया जाएगा.
आपको बता दें कि इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने विरोध जताते हुए ब्रिस्टल में एडवर्ड कोल्सटन नाम के ऐसे ही एक स्लेव ट्रेडर की प्रतिमा गिरा दी थी. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल की प्रतिमा के साथ भी कुछ समय पहले तोड़फोड़ की गई थी. अमेरिका में अफ्रीकी अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद लंदन में भी विरोध प्रदर्शन हो रहा है.
जिस म्यूजियम के बाहर से ये प्रतिमा हटाई गई है, वह म्यूजियम ऑफ लंदन डॉकलैंड का है. द कनाल और रिवर ट्रस्ट ने कहा कि केनरी के लंदन बोरो ऑफ टावर के साथ मिलकर उन्होंने रॉबर्ट मिलिगन का यह स्टेच्यू हटवाया है.
लंदन के मेयर ने यह कहा कि शहर में सार्वजनिक स्थलों पर विविधता बनी रहे और ये बेहतर हो सके, इसके लिए कमीशन गठित की गई है जो इस पर काम करेगी.
UPDATE: The statue of slave trader Robert Milligan has now been removed from West India Quay.
It’s a sad truth that much of our wealth was derived from the slave trade – but this does not have to be celebrated in our public spaces. #BlackLivesMatterpic.twitter.com/ca98capgnQ
— Sadiq Khan (@SadiqKhan) June 9, 2020
सादिक खान ने ट्विटर पर लिखा कि हमें शहर में विविधता बनाने की कोशिश करनी चाहिए. साथ ही हमें हमें अपने इतिहास की विरासत पर भी सवाल करके देखना होगा कि हम किन्हें सेलिब्रेट करते हैं.
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