काबुल: अफगानिस्तान के एक अधिकारी की हत्या की आरोपी 2 महिलाओं को दोषी भी ठहराया गया था, उन्हें अब अफगानिस्तान-तालिबान शांति समझौते (Afghan-Taliban peace deal) के तहत अन्य तालिबान कैदियों के साथ आधिकारिक तौर पर रिहा कर दिया गया है.
इन दोनों महिलाओं ने अफगान के एक अधिकारी (Afghan official) को सेक्स करने का वादा करके बुलाया था और फिर उसकी हत्या कर दी थी. बाद में उसके शव को पास के कब्रिस्तान में फेंक दिया था. फिर इन महिलाओं को गिरफ्तार करके अफगानिस्तान में अन्य तालिबानी कैदियों (Talibani prisoners) के साथ रखा गया था. अब तालिबान के साथ शांति वार्ता के दौरान अफगानिस्तान सरकार ने अन्य तालिबानी कैदियों के साथ इन्हें भी रिहा कर दिया है.
तालिबान के हक्कानी नेटवर्क का हिस्सा हैं महिलाएं
ये महिलाएं- मुजगन और उसकी चाची नसरीन ने तालिबान के अल्ट्रा-वायलेंट हक्कानी नेटवर्क (Haqqani network) का हिस्सा होने की बात कबूल की है. इतना ही नहीं इन दोनों को कई और हत्याओं का भी दोषी पाया गया. उन पर मुख्य आरोप अपने घर पर एक अफगानी खुफिया एजेंट को मारने का था, जहां उन्होंने उसे हनीट्रैप में फंसाकर बुलाया था. एजेंट को बहलाने के बाद दोनों से उसे साइलेंसर वाली पिस्तौल से गोली मारी और फिर उसकी लाश को एक धातु के बक्से में भरकर पास के कब्रिस्तान में छोड़ दिया था.
ये भी पढ़ें: यहां मिले रईस आदमी और उसके गुलाम के 2000 साल पुराने कंकाल, जानिए पूरी कहानी
अपने रिश्तेदारों को भी मारा था जहर देकर
ये दोनों महिलाएं ‘हनीट्रैप’ हत्याएं करने के अलावा क्रूर हत्याओं के लिए भी बदनाम हैं. उन्होंने अपने ही रिश्तेदारों को जहर देकर मार दिया था तो एक अन्य हत्या के लिए कार की सीट के नीचे ‘sticky bomb’ लगा दिया था.
मुजगन ने कहा, ‘मुझे हक्कानी नेटवर्क के साथ जुड़े होने, हत्या और अपहरण करने के जुर्मों के लिए गिरफ्तार किया गया था. लेकिन अब मैं फिर से इस ग्रुप में शामिल नहीं होऊंगी.’