वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब एक ब्रिटिश चैनल ने उन पर अश्वेत वोटरों के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है. जाहिर है, इस खुलासे का असर 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव (US Election) पर पड़ सकता है.
विज्ञापन बने हथियार
ब्रिटेन के चैनल 4 न्यूज (Channel 4 News) ने आरोप लगाया कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने अश्वेत अमेरिकियों (Black Americans) को मतदान से रोकने के लिए कई हथकंडे अपनाए. ट्रंप के चुनावी कैंपेन के तहत 3.5 मिलियन ब्लैक अमेरिकन मतदाताओं को निशाना बनाने वाले विज्ञापन टीवी और सोशल मीडिया पर प्रसारित किये गए. इस कवायद का उद्देश्य था अश्वेत लोगों को पोलिंग बूथ जाने से रोकना.
हिलेरी के वीडियो का इस्तेमाल
चैनल द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 3.5 मिलियन अश्वेत लोगों को ट्रंप के कैंपेन द्वारा ‘डिटेरेंस’ के रूप में वर्गीकृत किया गया यानी ऐसे मतदाता जिन्हें चुनाव के दिन घर पर ही रहना चाहिए. रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अश्वेत अमेरिकियों को निशाना बनाने के लिए अपनी प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेटिक पार्टी उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के उस वीडियो को इस्तेमाल किया, जिसमें हिलेरी ने अश्वेत युवाओं को सुपर प्रेडटर कहा था. इस वीडियो को अक्टूबर 2016 में टीवी पर 402 बार प्रसारित किया गया और फेसबुक पर भी लाखों लोगों ने उसे देखा.
डेमोक्रेटिक के प्रति झुकाव
चैनल की रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि बड़े पैमाने पर मतदाताओं का डेटा लीक किया गया. वहीं, नॉनपार्टिसन अमेरिकन थिंक टैंक प्यू रिसर्च सेंटर (Nonpartisan American Think Tank Pew Research Center) के अनुसार, पिछले 40 वर्षों के राष्ट्रपति चुनावों में श्वेत मतदाताओं का झुकाव रिपब्लिकन उम्मीदवार की तरफ रहा है, जबकि अश्वेत वोटरों ने डेमोक्रेटिक प्रत्याशियों में विश्वास दिखाया है.
विपक्ष ने तेज किये हमले
इस खुलासे के बाद विपक्ष ने डोनाल्ड ट्रंप पर हमले तेज कर दिए हैं. जबकि ट्रंप प्रशासन ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है. हाउस स्पीकर हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी (White House Speaker Nancy Pelosi) का कहना है कि आरोप सरासर झूठ हैं और राष्ट्रपति की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया है.