वनविहार भोपाल से दो बाघ शावक को कान्हा टायगर रिजर्व लाया गया.कमजोरी व कुपोषण के कारण बेहतर देखभाल के लिए यहां लाया गया.कान्हा नेशनल पार्क के मुक्की रेंज के घोरेला बाड़े (बाघ रिवाईलडिंग सेन्टर) में शावक को रखा गया हैं .. शासन के निर्देशानुसार होगी देखरेख, उपचार व पोषण उपरांत दो से ढाई साल तक यहां रखा जयेगा..जिसके बाद उनके व्यवहार के अध्ययन के बाद स्वतन्त्र रूपसे जंगल मे छोड़ा जाएगा।अधिकारियों की माने तो घोरेला बाघ रिवाईल्डिंग सेंटर कान्हा में बाघ शावकों को दो से ढाई वर्ष तक रखकर रिवाल्डिंग हेतु निर्धारित शासन की गाईडलाईन के अनुसार देख-रेख की जावेगी एवं बाघ शावकों के व्यवहार का अध्ययन किया जावेगा, अध्ययन उपरांत विशेषज्ञों की राय के अनुसार स्वतंत्र वन क्षेत्र में छोड़ा जायेगा।