- हॉटस्पॉट में होगा रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट
- UP में अब तक 650 से अधिक केस
कोरोना के खिलाफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक बड़े अभियान की शुरुआत करने जा रही है. उत्तर प्रदेश में जल्द ही कम्युनिटी टेस्टिंग शुरू की जाएगी. यानी जल्द ही बड़े इलाके के बड़े सैंपल साइज में एक साथ कोविड-19 का टेस्ट होगा. अब सिर्फ लक्षणों के आधार पर नहीं, बल्कि प्रभावित इलाके को भी आधार बनाकर कोविड-19 टेस्ट किया जा सकता है.
योगी सरकार का प्लान है कि जिन इलाकों में ज्यादा मरीज मिल रहे हैं या जो हॉटस्पॉट के इलाके हैं, वहां एंटीबॉडी टेस्ट शुरू किया जाए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद अब हर जिले से 25 सैंपल टेस्ट (random) करने की शुरुआत कर दी गई है.
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क्या होता है कम्युनिटी टेस्टिंग
दरअसल, कोरोना जांच को बड़े पैमाने पर करने के लिए कम्युनिटी टेस्टिंग की शुरुआत की गई है. इसके तहत हर जिले के 25 संदिग्ध मरीजों का टेस्ट एक साथ किया जाएगा. अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो मान लिया जाएगा कि किसी को कोरोना नहीं है. अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है तो सबका अलग-अलग से टेस्ट होगा.
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UP को जल्द मिलेगी रैपिड किट
इस बीच खबर है कि 18 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश सरकार को 200 रैपिड टेस्ट किट मिल जाएगी. इस किट से महज 15 मिनट में कोविड-19 की जांच की जा सकती है. प्रदेश की दो एमएसएमई इकाइयों ने रैपिड टेस्ट किट तैयार की है. इन कंपनियों में से मेसर्स न्यू लाइव को नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी (एनआइवी) पुणे से इजाजत मिल गई है.
उत्तर प्रदेश में अब तक कितने केस?
उत्तर प्रदेश प्रदेश में अबतक 657 कोरोना कंफर्म केस सामने आए हैं. इसमें से 49 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 8 मरीजों की मौत हुई है. मृतक पहले से ही किसी ना किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे. प्रदेश के 44 जनपद कोरोना से प्रभावित हैं. स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग की संख्या में इजाफा करते हुए सोमवार को 2634 सैंपलों की टेस्टिंग की है.