वॉशिंगटन: अमेरिका ने चीन पर आरोप लगाया है कि चीन ने जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद फैली अशांति का इस्तेमाल करते हुए अपनी ही जनता के बुनियादी मानवाधिकारों को गलत ठहरा रहा है. राज्य के सचिव माइक पोम्पियो ने शनिवार चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का जिक्र करते हुए कहा- ‘तानाशाही के इतिहास में, कोई भी झूठ बुरा नहीं जब तक कि वो सत्ता कायम रखने के लिए पार्टी को फायदा पहुंचाता है.’
पोम्पियो ने कहा- ‘इस हंसने योग्य प्रोपेगेंडा को अब किसी को बेवकूफ नहीं बनाना चाहिए.’
फ्लॉयड की मौत के मामले पर चीन ने बार-बार अमेरिका की आलोचना की है लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि पोम्पियो किस टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे.
The Chinese Communist Party’s callous attempts to exploit George Floyd’s tragic death for its own political gain will fail. During the best of times, Beijing ruthlessly imposes communism. Amid the most difficult challenges, the United States secures freedom.
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) June 6, 2020
पिछले साल हांगकांग में हिलाकर रख देने वाले लोकतंत्र समर्थक विरोध प्रदर्शनों को चीन ने जिस तरह संभाला उसपर चीन लंबे समय से पश्चिमी देशों, खासकर वाशिंगटन की आलोचनाएं झेल रहा है.
और 25 मई को एक निहत्थे अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद नस्लीय असमानता और पुलिस की बर्बरता को लेकर पूरे अमेरिका फैली अशांति के बाद, चीनी सरकार के प्रवक्ता और आधिकारिक मीडिया ने अमेरिका के खिलाफ खूब निशाने साधे.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने 1 जून को अमेरिका में नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनों पर अमेरिका के पाखंड का आरोप लगाते हुए, नस्लवाद को ‘अमेरिकी समाज की पुरानी बीमारी’ बताया था. झाओ ने कहा था कि पुलिस के हाथों फ्लॉयड की मौत पर वाशिंगटन की प्रतिक्रिया उसके ‘विश्वप्रसिद्ध डबल स्टैंडर्ड का एक उदाहरण’ थी. शनिवार को अपने बयान में, पोम्पियो ने कहा कि चीन पिछले कुछ दिनों से ‘सच्चाई की लगातार अवमानना और कानून का तिरस्कार’ कर रहा है.
पोम्पियो ने कहा- ‘जॉर्ज फ़्लॉइड की मौत पर चीन अब मानव अधिकारों और स्वतंत्रता पर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है. फ्लॉयड की मौत को चीन प्रोपेगेंडा के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, इसे धोखे के रूप में ही देखा जाना चाहिए.’
बता दें कि पोम्पियो ने ये टिप्पणी तब की जब अमेरिका-चीनी संबंधों में तना-तनी बनी हुई है और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोना वायरस महामारी से निपटने को लेकर चीन की जमकर आलोचनाएं कर रहे हैं.