भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव के कार्यकाल को सिर्फ 7 दिन शेष हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। हालांकि वे एक वर्ष पहले ही सेवानिवृत्त हो गए थे, इसके बाद से ही सरकार ने उन्हें दो बार 6—6 महीने की सेवावृद्धि दी थी। लेकिन अब आदर्श आचार संहिता लागू है। सरकार की चल नहीं रही है। नए मुख्य सचिव के लिए निर्णय निर्वाचन आयोग को लेना है। अंदरखाने चर्चा चल रही है कि सरकार की पूरी कोशिश है कि नई सरकार के गठन तक इकबाल सिंह बैंस को ही विस्तार दिया जाए, सरकार इसके लिए आयोग को प्रस्ताव भी दे सकती है, लेकिन निर्वाचन आयोग का निर्णय ही सर्वमान्य होगा। अगर ऐसा होता है तो आईएएस के कैडर की वरिष्ठता के आधार पर ही नया मुख्य सचिव बनाया जाएगा।
ऐसे में चुनाव आयोग की चिंता भी बढ़ गई है क्योंकि 30 तारीख को प्रदेश को नया मुख्य सचिव मिलेगा और 3 दिसंबर को मतदान है। ऐसे में मतगणना में नया मुख्य सचिव अपना कार्य किस कुशलता से पूरा कर पाएंगे? ऐसे में आयोग चाहेगा तो बैंस को तीसरा एक्सटेंशन भी दे सकता है। चुनाव आयोग अगर सरकार के प्रस्ताव पर मुहर लगा देगा तो नई सरकार के गठन तक इकबाल सिंह बैंस ही नौकरशाही के मुखिया होंगे। मध्य प्रदेश में कई वरिष्ठ अफसर हैं, इनमें से कई केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। लेकिन आचार संहिता के बीच उन्हें प्रदेश वापस नहीं लाया जा सकता। इसका समाधान चुनाव आयोग मध्य प्रदेश के वरिष्ठ अफसरों को कमान देकर निकाल सकता है।
कौन हैं इकबाल सिंह बैंस
1985 बैच के आईएएस इकबाल सिंह बैंस मौजूदा भाजपा की शिवराज सरकार के सबसे खास अधिकारी हैं। वे 30 नवंबर 2022 को ही सेवानिवृत्त हो गए थे, लेकिन एक दिन पहले ही रात 29 नवंबर को उन्हें 6 महीने के लिए 30 मई 2023 तक एक्सटेंशन दे दिया गया था। जब 30 मई करीब आई तो मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का समय करीब था। ऐसे में इकबाल सिंह बैंस को दोबारा 6 महीने के लिए 30 नवंबर 2023 तक विस्तार दिया गया। अब यह तारीख 7 दिन बाद आ रही है।
इन अफसरों का नाम भी आगे
कुछ आईएएस अधिकारियों का नाम कार्यवाहक मुख्य सचिव की रेस में सबसे आगे चल रहा है। यह कार्यवाहक सीएस नई सरकार बनने या आगे तक जिम्मेदारी संभलेंगे। मध्य प्रदेश में वरिष्ठता क्रम में 1988 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी वीरा राणा सबसे उपर हैं। इसके बाद 1989 बैच के मोहम्मद सुलेमान और विनोद कुमार का नाम है। आयोग चाहेगा तो इनमें से किसी एक को मुख्य सचिव का प्रभार सौंप सकता है।
कौन होगा मध्य प्रदेश मुख्य सचिव, क्या इकबाल का ‘इकबाल’ रहेगा बुलंद
