नई दिल्ली। क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसका सुरूर हर किसी के मन में समाया रहता है। भारत में तो क्रिकेट (Cricket) का जलवा लोगों को खूब भाता है। अब जबकि 30 अगस्त से एशिया कप (Asia Cup) शुरू हो रहा और इसके खत्म होने के 17 दिन बाद ही भारत में क्रिकेट वर्ल्ड कप शुरू हो जाएगा। ये दोनों टूर्नामेंट वनडे फॉर्मेट में है। यानी अगला ढाई महीना 50-50 ओवर के क्रिकेट मैचों का। ऐसे में अलग ही चिंता का दौर शुरू हो गया है।
हालांकि वनडे-फॉर्मेट को लेकर चिंता कुछ और ही है। पिछले 4 सालों में वनडे (One Day Cricket) फॉर्मेट टी-20 से शायद हारने को है। आपको बता दें कि टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत 2005 में हुई और इन 18 सालों में इस फॉर्मेट के 2,215 इंटरनेशनल मैच खेले जा चुके हैं। पांच साल पहले तक टी-20 फॉर्मेट के लिए बहुत बड़ा खतरा नजर नहीं आ रहा था। फरवरी 2005 से 2018 तक टी-20 फॉर्मेट में 717 इंटरनेशनल मैच खेले गए। यानी 1 साल में औसतन 55 मैच। इसी टाइम पीरियड में 1,847 वनडे मैच हुए थे। सालाना औसत… 142 मैच। फिर, 2019 से तस्वीर बदल गई। यही नहीं, 2019 से अब तक 555 वनडे और 1,498 टी-20 इंटरनेशनल मैच हो चुके हैं। यानी सालाना करीब 120 वनडे और 325 टी-20 मुकाबले। इन 5 सालों में टी-20 मैचों की सालाना दर 490% बढ़ गई वहीं, वनडे मैचों की संख्या 15% घट गई।
वनडे क्रिकेट खतरे में क्यों आ गया, कारण जानकर हैरान रह जाएंगे आप
