बर्मिंघम, इंग्लैंड – भारतीय क्रिकेट टीम 2 जुलाई से एजबेस्टन स्टेडियम में अपना दूसरा टेस्ट मैच खेलने उतरेगी, और इस मुकाबले में टीम के सामने 58 साल पुराना जीत का सूखा खत्म करने की चुनौती होगी। एजबेस्टन का मैदान भारतीय टीम के लिए हमेशा से एक अभेद्य किला रहा है, जहां टीम ने आज तक एक भी टेस्ट मैच नहीं जीता है।
भारतीय टीम ने इस ऐतिहासिक मैदान पर अपना पहला टेस्ट मैच 1967 में खेला था। मंसूर अली खान पटौदी की कप्तानी में खेली गई उस सीरीज के पहले मुकाबले में भारत को 132 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। तब से लेकर अब तक, टीम इंडिया ने एजबेस्टन में कुल 8 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन जीत का स्वाद चखना बाकी है। इन आठ मैचों में एकमात्र संतोषजनक नतीजा 1986 में खेला गया एक ड्रॉ मैच रहा था, जो कि 39 साल पहले की बात है।
यह मैच न केवल सीरीज के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय टीम के लिए इस मैदान पर अपने खराब रिकॉर्ड को बदलने का भी एक सुनहरा मौका है। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम पर अब इतिहास बदलने और एजबेस्टन में पहली जीत दर्ज करने का दबाव होगा। भारतीय प्रशंसक उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार टीम 58 साल के इस लंबे इंतजार को खत्म कर पाएगी।