300 से ज्यादा किसान परिवार अब कर्ज लेकर अपना खर्चा चला रहे हैं.
कोरोना वायरस (Corona Virus) के चलते देश भर में हुए लॉकडाउन (Lockdown) का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ रहा हैं. छत्तीसगढ़ (Chattisgarh) की राजधानी में कमल के फूल की खेती करने वाले किसानों की भी कमर लॉकडाउन के चलते टूट गई है.
20 लाख का कारोबार पूरी तरह ठप
दरअसल, कमल फूल के साथ कमल के पौधे का तना भी सब्जी के रूप में उपयोग होता है. जिसे ढेंस कहा जाता है. कमल की खेती से प्रतिवर्ष 20 लाख से ज्यादा का कारोबार होता था, जो अब पूरी तरह से ठप्प पड़ा है. किसान बजरंग ढीमर ने बताते हैं कि किसानों ने लीज पर जमीन ले रखी है. जिसके लिए सालाना करीब 5 लाख किराया देना होता है. अब 70 एकड़ में कमल की खेती तो लहलहा रही है. लेकिन मंदिरों के फाटक बंद होने से ना तो फूल बिक रहे हैं और ना ही तालाब से पौधे बाहर निकालने किसान घर से बाहर निकल पा रहे हैं. कमल की खेती पर निर्भर 300 से ज्यादा किसान परिवार अब कर्ज लेकर अपना खर्चा चला रहे हैं.
एम्स से मिली थी दो मरीजों को छुट्टीप्रदेश में खतरनाक कोरोना वायरस से संक्रमित दो और मरीजों को रायपुर एम्स से छुट्टी दे दी गई. मरीजों को शुक्रवार को हॉस्पिटल से उस समय छुट्टी मिली जब उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई. उसके बाद उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया. इनकी रिपोर्ट बीते गुरुवार की रात को ही निगेटिव आई थी. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की थी.
गौरतलब है कि अब प्रदेश में कोरोना वायरस के 6 एक्टिव केस हैं. वैसे प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रसित 36 मरीज अब तक मिले हैं. इनमें से 30 मरीजों के ठीक होने के बाद उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई. प्रदेश के रायपुर एम्स में ही अब संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
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First published: April 25, 2020, 11:45 AM IST


