- जनजातीय भाई-बहन समाज की मुख्य-धारा से जोड़ रहे शिवराज
- कुक्षी में हुआ ‘पेसा जागरुकता सम्मेलन’
- जनजातीय समुदाय अब ठाट पर, सेवक बनी सरकार बैठी खाट पर
- सरकारी पैसों का खर्च गांव की चौपाल तय करेगी
- अनुसूचित ग्रामीण क्षेत्र में लागू होगा पेसा एक्ट
- शिवराज ने क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील गौरव यात्रा का किया शुभारंभ
- जनजातीय भाई-बहनों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हूं : शिवराज
- ग्राम सभा की अनुमति के बगैर नहीं खुलेगी शराब—भांग दुकान
- लड़ाई झगड़े थाने नहीं जाएंगे, गांव में ही होगा निपटारा
- अपराध होने पर FIR की सूचना ग्राम सभा को देगी पुलिस
- साहूकारों को नहीं बख्शा जाएगा, होगी कार्रवाई
भोपाल, ब्यूरो। गांवों के विकास एवं योजनाओं के लिए जो राशि सरकार से आती है, उसका कहां उपयोग करना है अब यह भोपाल नहीं, गांव की चौपाल तय करेगी। सुना आपने… मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का संकल्प। शिवराज की सोच है कि मध्य प्रदेश का विकास तभी संभव है, जब प्रदेश के जनजातीय भाई-बहन समाज की मुख्य-धारा से जुड़ें। जनजातीय भाई—बहनों को सशक्त बनाने ही पेसा एक्ट लागू किया गया है। देखा आपने किस तरह खाट में बैठकर जनजातीय नागरिकों की हित की बात कर रहे हैं शिवराज। यह दृश्य धार जिले के कुक्षी का है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ‘पेसा जागरूकता सम्मेलन’ करने पहुंचे थे। मेरे भाइयों-बहनों, प्रदेश में पेसा एक्ट लागू कर दिया गया है। यह जनजातीय भाई-बहनों के हित में है। यह जनजातीय भाई-बहनों को और मजबूत करने के लिए है। यह अनुसूचित क्षेत्र में लागू होगा। यह शहर में नहीं,गांव में लागू होगा। मुख्यमंत्री शिवराज ने क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील गौरव यात्रा का शुभारंभ भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अपने जनजातीय भाई-बहनों के हितों और अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हूं। पेसा एक्ट से आपके सामर्थ्यवान बनने के साथ-साथ विकास के नव पथ सृजित होंगे और मैं संपूर्ण शक्ति के साथ आपके साथ खड़ा हूं। कोई भी शराब या भांग की दुकान जब तक ग्राम सभा की अनुमति नहीं होगी, वह गांव में नहीं खुल सकेगी। पेसा एक्ट में विवादों का निपटारा आसान बनाया गया है। लड़ाई झगड़ों का निपटारा गांव में ही कर लिया जाएगा। अगर गांव के किसी व्यक्ति के खिलाफ थाने में FIR होती है तो पहले इसकी सूचना पुलिस को ग्राम सभा को देनी होगी। गांव के कोई भी छोटे-मोटे विवाद और झगड़े थाने में नहीं जाएंगे। अगर गांव के किसी व्यक्ति के खिलाफ थाने में FIR होती है तो पहले इसकी सूचना पुलिस को ग्राम सभा को देनी होगी। शिवराज ने कहा कि मेरी सरकार साहूकारों पर सख्त कार्रवाई करेगी। मेरे आदिवासी भाई बहनों से अगर किसी ने मनमानी की तो उन्हें नहीं बख्शा जाएगा। अगर किसी ने निर्धारित ब्याज से ज्यादा या बिना लाइसेंस के कर्जा दिया तो वह कर्ज वसूली नहीं करवा पाएगा। वह कर्ज माफ कर दिया जाएगा।



