टीम इंडिया के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने महिला विश्वकप खेल रही भारतीय टीम की अनुभवी खिलाड़ी स्मृति मंधाना और युवा स्टार जेमिमा रोड्रिग्स के साथ एक मजेदार बातचीत की। इस बातचीत में तीनों ही खिलाड़ी भारतीय टीम के नॉकआउट मैचों में हारने के दर्द को हल्के और मजाकिया अंदाज में बयां करते दिखे।
नॉकआउट का ‘डर’ और जीत का ‘फार्मूला’
यह बातचीत तब हुई जब रोहित शर्मा ने भारतीय महिला टीम की खिलाड़ियों से मुलाकात की। बातचीत के दौरान, स्मृति मंधाना और रोहित शर्मा ने एक-दूसरे से सहमति जताते हुए कहा कि भारतीय टीमें लीग चरण में बिना कोई मैच हारे, बेहतरीन प्रदर्शन करती हैं, लेकिन नॉकआउट स्टेज में हार जाती हैं।
इस पर दोनों ने चुटकी लेते हुए कहा कि उन्हें अपना ‘फार्मूला’ बदलना होगा। स्मृति और रोहित ने मजाकिया अंदाज में यह सुझाव दिया कि:🗣️ “लीग में कोई मैच न हारकर नॉकआउट में हार जाते हैं। अगर लीग मैचों में संघर्ष करें तो नॉकआउट में जीत मिलेगी।”
यह बातचीत भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के बीच काफी वायरल हो रही है, जहां फैंस भी इस बात से इत्तेफाक रखते हैं कि अक्सर भारतीय टीमें बड़े टूर्नामेंट्स में लीग चरण में शानदार प्रदर्शन करने के बाद नॉकआउट में चूक जाती हैं।
जेमिमा रोड्रिग्स भी इस मजेदार चर्चा का हिस्सा बनीं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि दोनों टीमों के खिलाड़ी बड़े मैचों में हार के दबाव और दर्द को कम कर रहे हैं और उन्हें फिटनेस-फुल्के अंदाज में स्वीकार कर रहे हैं।


