बिजली कंपनियों को भरोसा दिलाया है कि बिल को अगले महीने समायोजित कर लिया जाएगा.
लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ के मुंगेली में बिजली उपभोक्ताओं की चिंता बढ़ गई है. संकट की इस घड़ी में बिजली बिल देखकर उपभोक्ता परेशान हो गए हैं.
मुंगेली में उपभोक्ताओं को औसत यूनिट खर्च के आधार पर बिजली बिल भेजा गया है. इससे कई ऐसे उपभोक्ताओं को परेशानी हो गई है, जिनके यहां बिल औसत से कम आता था. उपभोक्ताओं ने विभाग के अधिकारियों को अपनी परेशानी बताई. इसपर मुंगेली विद्युत विभाग के ईई नागेश्वर त्रिपाठी ने कहा कि किसी भी उपभोक्ता को नुकसान नहीं होगा. फिलहाल कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मीटर रीडिंग न कराकर एवरेज बिल भेजा गया है, जिसे अगले माह समायोजन करा लिया जायेगा.
घबराने की जरूरत नहीं है
ईई त्रिपाठी ने कहा कि किसी ग्राहक को बिजली बिल पर कम या ज्यादा राशि देखकर घबराने की जरूरत नही है. बिजली बिल 30 अप्रैल तक जमा कराया जा सकता है. जिसपर किसी तरह का सरचार्ज नहीं लिया जायेगा. किसी भी उपभोक्ता को परेशान होने की आवश्यकता नही है. किसी भी उपभोक्ता को नुकसान नहीं होगा और ग्राहकों को मिलने वाली छूट का समायोजन आने वाले बिजली बिल में किया जायेगा. विद्युत विभाग के केंद्रीय कार्यालय द्वारा भी वीडियो जारी करके लगातार उपभोक्ताओं से अपील की जा रही है कि औसत खपत के आधार पर बिजली बिल भेजा जा रहा है..बिल अधिक या कम हो सकता है.ये भी पढ़ें:
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First published: April 16, 2020, 8:31 AM IST


